राजस्थान में ‘सुरक्षित सड़क मार्ग (सुसमा) अभियान’ का शुभारंभ: दीया कुमारी ने सड़क सुरक्षा को बनाया प्राथमिकता

दीया कुमारी
दीया कुमारी

जयपुर: राजस्थान के सार्वजनिक निर्माण विभाग ने आज “सुरक्षित सड़क मार्ग (सुसमा) अभियान” का भव्य शुभारंभ किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए, [मंत्री पद, यदि उपलब्ध हो, अन्यथा दीया कुमारी] दीया कुमारी ने उपस्थित गणमान्य लोगों और विद्यार्थियों को संबोधित किया, जहाँ उन्होंने यातायात नियमों का पूर्ण रूप से पालन करने और एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने पर विशेष जोर दिया।

इस अवसर पर, इंडिया एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग, राजस्थान को “सबसे बड़े युवा-नेतृत्वित सड़क सुरक्षा अभियान एवं सुरक्षित सड़क कॉरिडोर विकास” के लिए सम्मानित किया गया, जिसके लिए दीया कुमारी ने सभी को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं। उन्होंने इस अभियान को राजस्थान को एक सुरक्षित, संवेदनशील और जागरूक राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।

अभियान के मुख्य उद्देश्य:

दीया कुमारी
दीया कुमारी

‘सुसमा’ अभियान कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों को लेकर शुरू किया गया है, जिनमें शामिल हैं:

विद्यार्थियों को जागरूक करना: यातायात नियमों के प्रति विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा करना।

हेलमेट के उपयोग को बढ़ावा: हेलमेट के अनिवार्य उपयोग को प्रोत्साहित करना।

सुरक्षित सड़क संरचना: सुरक्षित सड़क संरचनाओं का विकास करना।

प्रशिक्षण: लगभग दो लाख विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा का प्रशिक्षण देना।

हेलमेट वितरण: छह हजार से अधिक हेलमेट वितरित करना।

बुनियादी सुविधाएं: सड़कों पर साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और पैदल पथ जैसी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करना।

जन-जागरूकता: सामाजिक संगठनों के माध्यम से जन-जागरूकता फैलाना।

दुर्घटनाओं में कमी: सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए निरंतर प्रयास करना।

उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:

दीया कुमारी
दीया कुमारी

कार्यक्रम में राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रोफेसर अल्पना कटेजा जी, महारानी कॉलेज एफ.ए. महोदया श्रीमती प्रीति शर्मा जी, महारानी कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर पायल लोढ़ा जी, जमवत खत्री जी, विभाग के मुख्य अभियंता, मास्टर ट्रेनर सोनल जी और वर्षा जी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।

यह अभियान राजस्थान में सड़क सुरक्षा संस्कृति को मजबूत करने और सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली जनहानि को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह भी पढ़े : 2 लाख एलईडी स्ट्रीट लाइट से राजस्थान की हर गली-हर सड़क होगी जगमग