जोधपुर में अमित शाह ने रखी देश के पहले दृष्टिबाधित डिग्री कॉलेज की नींव, छात्राओं के लिए बनेगा खास छात्रावास

जोधपुर में अमित शाह ने रखी देश के पहले दृष्टिबाधित डिग्री कॉलेज की नींव, छात्राओं के लिए बनेगा खास छात्रावास
image sourace : via मोतीलाल ओसवाल
  • अमित शाह ने जोधपुर में दृष्टिबाधित डिग्री कॉलेज व महिला छात्रावास का शिलान्यास किया
  • मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन की पहल से दिव्यांग विद्यार्थियों को मिलेगी आधुनिक शिक्षा
  • छात्रावास और कॉलेज से 250 से अधिक छात्र-छात्राओं को होगा लाभ

Amit Shah Lays Foundation of Rajasthan’s : जोधपुर में इतिहास रचते हुए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन द्वारा स्थापित राजस्थान के पहले दृष्टिबाधित डिग्री कॉलेज और महिला छात्रावास की नींव रखी। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे।

जोधपुर में अमित शाह ने रखी देश के पहले दृष्टिबाधित डिग्री कॉलेज की नींव, छात्राओं के लिए बनेगा खास छात्रावास
image sourace : via मोतीलाल ओसवाल

नेत्रहीन विकास संस्थान, चोखा में आयोजित इस कार्यक्रम में मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन के अध्यक्ष मोतीलाल ओसवाल, संस्था की संस्थापिका सुशीला बोहरा और कई गणमान्य लोग शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान यह साफ संदेश दिया गया कि शिक्षा और समान अवसर दिव्यांग विद्यार्थियों के जीवन को बदल सकते हैं।

ज्ञानदीप भवन में हिंदी साहित्य, राजनीति विज्ञान, इतिहास, संस्कृत, संगीत और समाजशास्त्र जैसे विषयों की पढ़ाई होगी। 1,580 वर्ग मीटर में फैले इस भवन में 10 अत्याधुनिक कक्षाएँ बनाई जाएंगी। वहीं, ज्योतिसदन छात्रावास 1,750 वर्ग मीटर में 28 कमरों के साथ बनाया जा रहा है, जहाँ दृष्टिबाधित छात्राओं को नि:शुल्क रहने-खाने की सुविधा मिलेगी।

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मोतीलाल ओसवाल ने कहा, “हमारा दर्शन हमेशा रहा है– सीखो, कमाओ और लौटाओ। शिक्षा ही समानता और सशक्तिकरण की असली कुंजी है। इस पहल से दिव्यांग छात्रों को भी वही अवसर मिलेगा, जो अन्य विद्यार्थियों को मिलता है।”

रामदेव अग्रवाल, फाउंडेशन के न्यासी, ने जोड़ा, “हमारा फोकस वहीं है, जहाँ सबसे ज़्यादा जरूरत है। ये संस्थान भारत के दृष्टिबाधित युवाओं को विकास और सफलता का नया रास्ता देंगे।”

नेत्रहीन विकास संस्थान की संस्थापिका सुशीला बोहरा ने भावुक होकर कहा, “1977 में सिर्फ दो बच्चों से शुरुआत हुई थी, आज हम 1,250 से अधिक दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षा और आत्मनिर्भर जीवन की राह दिखा रहे हैं। ओसवाल फाउंडेशन का सहयोग कई पीढ़ियों का भविष्य रोशन करेगा।”

यह कॉलेज और छात्रावास मिलकर लगभग 250 विद्यार्थियों को शिक्षा और सुविधाएँ देंगे। ब्रेल, स्क्रीन रीडर, ई-लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, खेलकूद और नेतृत्व प्रशिक्षण जैसे अवसर दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षा की नई दुनिया खोलेंगे।