जोधपुर। श्री साधुमार्गी जैन परम्परा का पर्वाधिराज पर्युषण पर्व इस वर्ष 20 से 27 अगस्त तक देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व राष्ट्रीय सन्त आचार्य रामेश के सान्निध्य में उनके पाँच सौ से अधिक शिष्य-शिष्याओं द्वारा 107 स्थानों पर चातुर्मास काल के दौरान आयोजित किया जाएगा।
पर्युषण पर्व के दौरान विभिन्न धार्मिक क्रियाएं जैसे ज्ञान, ध्यान, त्याग, तपस्या, उपवास, व्रत, प्रतिक्रमण, और सामायिक आयोजित होंगी। साध्वीजन अंतगड़ सूत्र और कल्पसूत्र का वाचन करेंगे। इस दौरान भगवान महावीर जन्मोत्सव और साधुमार्गी जैन परम्परा के नौ आचार्यों का जीवन परिचय भी प्रस्तुत किया जाएगा।
पर्व का समापन 27 अगस्त को विशेष रूप से सामूहिक क्षमा याचना के महापर्व संवत्सरी के साथ होगा।
जोधपुर में इस वर्ष चार चातुर्मास प्रदान किए गए हैं। इन स्थानों पर साध्वी मुक्तिप्रभा, साध्वी कुसुमकान्ता, साध्वी काव्ययशाश्री, और साध्वी मननप्रज्ञा के सान्निध्य में पर्युषण पर्व और संवत्सरी महापर्व मनाया जाएगा।