बिजोलाई बालाजी आश्रम में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत हुआ वृक्षारोपण

वृक्षारोपण
वृक्षारोपण

जोधपुर, राजस्थान – पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, जोधपुर के कायलाना तखतसागर की पहाड़ियों के बीच स्थित प्राचीन बिजोलाई बालाजी मंदिर में एक सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महामंडलेश्वर सोमेश्वरगिरी महाराज के कर-कमलों में हुए इस आयोजन में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत 21 पौधों का रोपण किया गया।

इस मौके पर गुरु परिवार के सदस्यों के साथ श्री गुरु जम्भेश्वर वन्यजीव सेवा एवं पर्यावरण विकास संस्थान के कार्यकर्ताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पर्यावरण को बढ़ावा देने तथा उसके संरक्षण का संकल्प लिया।

महामंडलेश्वर सोमेश्वरगिरी महाराज ने इस अवसर पर वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “वृक्षारोपण हमारे पर्यावरण और जीवन के लिए अत्यधिक लाभकारी है। यह केवल शुद्ध हवा और ऑक्सीजन की आपूर्ति ही नहीं करता, बल्कि जलवायु परिवर्तन को भी नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है।”

वृक्षारोपण
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उन्होंने आगे कहा कि वृक्षारोपण मिट्टी के कटाव को रोकने और जल संरक्षण को बढ़ावा देने में भी सहायक है। वर्तमान समय में प्रदूषण और वैश्विक तापमान में वृद्धि जैसी प्रमुख चिंताओं को देखते हुए, वृक्षारोपण एक कारगर उपाय है जिससे पर्यावरण को संतुलित और स्वस्थ रखा जा सकता है।

गुरु जम्भेश्वर वन्यजीव सेवा एवं पर्यावरण विकास संस्थान के पुखराज खेड़ी ने इस कार्यक्रम में कहा कि वृक्षारोपण न केवल पर्यावरण की रक्षा करता है, बल्कि यह जैव विविधता को भी बढ़ावा देता है, जिससे विभिन्न प्रजातियों के जीव-जंतु और पौधे सुरक्षित रह पाते हैं।

उन्होंने सभी से इसे एक सामूहिक प्रयास बनाने और इसे अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का आग्रह किया, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और हरा-भरा पर्यावरण सुनिश्चित किया जा सके।

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