माहेश्वरी समाज ने महेश मेले में दिया “जूठन नहीं छोड़ने” का प्रेरक संदेश

गौरव सम्मान
गौरव सम्मान

छह जनों को प्रदान किया समाज गौरव सम्मान

जयपुर। श्री माहेश्वरी समाज, जयपुर द्वारा विद्याधर नगर स्टेडियम में रविवार को आयोजित 59वीं सामूहिक गोठ एवं महेश मेला हर्षोल्लास और सामाजिक एकता के साथ सम्पन्न हुआ। आयोजन में भोजन को मां अन्नपूर्णा का प्रसाद मानकर ग्रहण किया गया। परिणामस्वरूप किसी ने आवश्यकता से अधिक भोजन नहीं लिया और न ही थाली में जूठन छोड़ा। समाजबंधुओं ने संकल्प लिया कि वे घर और हर आयोजन में “जूठन नहीं छोड़ेंगे” की सीख को जीवन में अपनाएंगे तथा बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।

समाज अध्यक्ष उमेश सोनी एवं महामंत्री सीए रोहित परवाल ने बताया कि आयोजन का उद्घाटन प्रमुख व्यवसायी एवं समाजसेवी नरेश अजमेरा ने किया। मुख्य अतिथि राकेश राठी, विशेष अतिथि घनश्याम दास मूंदड़ा, विशिष्ट अतिथि सुधीर जाजू एवं स्वागताध्यक्ष कैलाश कालानी ने भगवान महेश की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर महोत्सव का शुभारंभ किया।इस अवसर पर समाज के छह गौरवों को उनके कार्य, कौशल एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। माहेश्वरी भारत गौरव सम्मान से लक्ष्मी नारायण सोमानी, जुगल किशोर बिरला और अशोक सोमानी को तथा माहेश्वरी समाज रत्न सम्मान से गिरधर भोपाल मूंदड़ा, शिव रतन चितलांग्या और सुनील अजमेरा को अलंकृत किया गया।

युवाओं और बच्चों की रंगारंग प्रस्तुतियों ने वातावरण को उत्साहपूर्ण बना दिया। बच्चों के लिए खेल प्रतियोगिताएं हुईं और पारिवारिक सौहार्द को मजबूत करने वाली गतिविधियों ने सभी को जोड़ दिया। हजारों समाजबंधुओं ने सामूहिक गोठ में प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया और “उतना ही लो थाली में, व्यर्थ न जाए नाली में” का संदेश आत्मसात किया।आयोजन को सफल बनाने में गोठ संयोजक नवीन सोमानी, मेला संयोजक अशोक लखड़, मेला कोषाध्यक्ष धीरज मालपानी, टिकट वितरण संयोजक मनोज मालपानी, समाजसेवी कौशल सोनी (मामा) सहित महिला परिषद, नवयुवक मंडल एवं अनेक स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा। श्री माहेश्वरी समाज जयपुर के कई पूर्व अध्यक्ष, महामंत्री एवं विभिन्न पूर्व पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।अंत में कार्यकारिणी ने सभी अतिथियों एवं समाजबंधुओं का आभार व्यक्त किया।