- ओम बिरला ने पूरी रात बाढ़ प्रभावित गांवों में रहकर ग्रामीणों की व्यथा सुनी
- लोकसभा अध्यक्ष ने प्रशासन को सर्वे और मुआवजा पारदर्शी ढंग से देने के निर्देश दिए
- ग्रामीणों को राहत, सड़कों और मंदिर की मरम्मत के लिए आश्वासन मिला
Om Birla Stays with Flood Victims Till Dawn : मानवीय संवेदनशीलता की मिसाल पेश करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला गुरुवार रात से शुक्रवार भोर तक बूंदी जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों के दौरे पर रहे। वे ख्यावदा, पचीपला, रिहाणा, देलुन्दा, मालियों की बाड़ी, खेड़िया दुर्जन, बोरदा काछियां और झालीजी का बराना गांव पहुंचे।
देर रात जब अधिकांश लोग घरों में थे, बिरला ने टूटे मकानों, बर्बाद फसलों और प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी पीड़ा जानी। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि राहत और पुनर्वास के हर कदम पर सरकार और जनप्रतिनिधि उनके साथ हैं। किसी ने मकान ढहने का दर्द बताया तो किसी ने पशुधन और फसल नुकसान की व्यथा साझा की।
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निरीक्षण के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे शीघ्र पूर्ण कर मुआवजा राशि जारी की जाए। उन्होंने एनडीआरएफ मद के अंतर्गत अब तक सहायता नहीं पाने वाले परिवारों के नाम दोबारा सर्वे कर जोड़ने और फसलों की गिरदावरी कर किसानों को नियमानुसार मुआवजा देने के भी निर्देश दिए।
बोरदा काछियां और झालीजी का बराना गांव में ग्रामीणों से संवाद के दौरान बिरला ने कहा कि संकट की इस घड़ी में कोई परिवार अकेला नहीं है। उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और तेजाजी मंदिर की छत के लिए सांसद कोष से राशि देने का आश्वासन भी दिया।
इस दौरे में जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा, पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल, रामेश्वर मीणा सहित प्रशासनिक अधिकारी उनके साथ रहे। दौरा सुबह लगभग 4.30 बजे तक जारी रहा। ग्रामीणों ने त्वरित राहत, राशन और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लोकसभा अध्यक्ष का आभार जताया और कहा कि उनके आगमन से उन्हें संबल और विश्वास मिला है।