कैबिनेट मंत्री जोराराम पानी में उतरे, लिया फसल खराबे का जायजा

कैबिनेट मंत्री जोराराम
कैबिनेट मंत्री जोराराम

पाली। पाली जिले की सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के बाद उपजे हालात का जायजा लेने के लिए स्थानीय विधायक व पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के केबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत लगातार तीसरे दिन भी दौरे पर रहे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ खेतों में भरे पानी के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। साथ ही गांवों में घरों व मवेशियों को हुए नुकसान के संबंध में ग्रामीणों से बैठक कर वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी लेकर जिला कलेक्टर से दूरभाष पर बात कर प्रभावितों को हरसंभंव सहायता का आश्वासन दिया।

मंत्री कुमावत गांव दलाराम, रूपावास, भांवरी और गिरादड़ा क्षेत्र की फसलों का जायजा लेने के लिए गहरे पानी में स्वयं उतर गए। इसे देख अधिकारी भी पहुंचे और पीड़ितों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए सर्वे करने का भरोसा दिया। मंत्री जोराराम कुमावत ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को शत-प्रतिशत सर्वे कर जल्द से जल्द प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिए। जिन क्षेत्रों में पहले से रिपोर्ट तैयार की गई है, वहां फिर से सर्वे कर पुन: प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के आदेश दिए हैं।

केबिनेट मंत्री कुमावत ने भांवरी में चौपाल पर किसानों से चर्चा की और आश्वासन दिया की अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा जल्द से जल्द दिया जाएगा। कुमावत ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण सभी खेतों में जलभराव की स्थिति है, किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। इसकी शत-प्रतिशत गिरदावरी के लिए अधिकरियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि लगातार बारिश के कारण “पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा बांध ‘जवाई’ लबालब हो चुका है। बांध के कुल 13 में से 9 गेट शनिवार को खोल दिए गए थे, बांध में पानी की आवक थोड़ी घटने से फिलहाल तीन गेट दो-दो फीट तक ही खोले गए हैं। जवाई नदी में पानी छोड़ने व जमकर हुई बरसात से पाली व जालोर जिले के अधिकतर नदी-नाले उफान पर आ गए हैं।

कई गांवों का संपर्क टूट गया है। रविवार सुबह हेमावास बांध भी ओवरफ्लो नजर आया। यहां करीब एक फीट की चादर चल रही है। इसके अलावा सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र के तखतगढ़ शहर की महावीर बस्ती, नेहरू रोड सहित अन्य बस्तियों में पानी भर गया। रविवार को सुमेरपुर-शिवगंज की तरफ जाने वाले पुल से पानी तो उतर गया लेकिन बरसात के चलते पुल क्षतिग्रस्त हो गया। ऐसे में आना-जाना बंद रखा गया। इस दौरान मंत्री के साथ पाली प्रधान के प्रतिनिधि पुखराज पटेल, सहकारी समिति के अध्यक्ष गोपाराम, चैन सिंह सांखला, दिलीप पटेल, दल्लाराम पटेल, वार्ड पंच भीमाराम, पाली एसडीएम विमलेंद्र सिंह राणावत, तहसीलदार कल्पेश जैन, पटवारी गोपाल सिंह, भैरू सिंह, मगा सिंह, चैन सिंह, कानाराम, जालम सिंह, शैतान सिंह, मोहनलाल पटेल आदि साथ थे।

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