“सदन में गूंजा लाउडस्पीकर का मुद्दा,” भीलवाड़ा विधायक ने कहा- आवाज को न‍ियंत्र‍ित करें

राजस्‍थान व‍िधानसभा
राजस्‍थान व‍िधानसभा

जयपुर। राजस्‍थान व‍िधानसभा में गुरुवार (20 मार्च) को धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर और अस्पताल की अव्यवस्था पर बहस हुई। धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की ध्वनि नियंत्रण करने की मांग उठी। विधायक अशोक कुमार कोठारी ने सदन में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण का मुद्दा उठाया।

“कई राज्यों में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए”

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कई राज्यों में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए हैं, लेकिन राजस्थान में अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। विधायक ने मांग की कि प्रदेश में भी दिशा-निर्देश जारी कर लाउडस्पीकरों की आवाज को नियंत्रित किया जाए, ताकि आमजन को परेशानी न हो।

व‍िधायक बालमुकुंद ने भी जताया था व‍िरोध

व‍िधायक स्‍वामी बालमुकुंद आचार्य ने अपने व‍िधानसभा क्षेत्र में लाउडस्‍पीकर से अजान रुकवाने के ल‍िए पुल‍िस को अर्जी दी थी। बालमुकुंद आचार्य जयपुर की हवामहल सीट से बीजेपी व‍िधायक हैं। उन्होंने जयपुर के कमिश्नर बीजू जोसेफ को इस संबंध में एक लिखित पत्र दिया था। आचार्य ने हाल ही में बीजेपी के विधि प्रकोष्ठ के होली मिलन समारोह में इस मामले को उठाते हुए गंभीर आपत्ति जताई थी।

वकीलों से हस्‍तक्षेप करने की अपील की थी

उन्होंने समारोह में वकीलों से अनुरोध किया था वो इस बारे में हस्तक्षेप कर इस पर रोक लगाने में मदद करें। उन्होंने वहां कहा था, “हम सब में बहुत से लोगों को माइग्रेन की प्रॉब्लम है, सिर दर्द होता है। ऐसे में दिन में पांच बार बहुत तेज लाउड स्पीकर चलता है। कृपया मेरी प्रार्थना को स्वीकार करें, आप मेरे वकील बनकर इस समस्या से निजात दिलाएं।”

अस्पताल में अव्यवस्था पर नाराजगी

विधायक बालमुकुंद आचार्य ने पंडित दीनदयाल चिकित्सालय में अव्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन 1500 से 2000 मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन उन्हें मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं। विधायक ने सरकार से चिकित्सकीय सेवाओं को बेहतर बनाने और अस्पताल में स्टाफ एवं संसाधन बढ़ाने की मांग की।