किसानों की प्राथमिकताओं पर केंद्रित रणनीतिक शोध की जरूरत : डॉ. बलराज सिंह

डॉ. बलराज सिंह
डॉ. बलराज सिंह

जोबनेर। श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर की अनुसंधान परिषद् की चौथी बैठक कुलपति डॉ बलराज सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक को संबोधित करते हुए डॉ बलराज सिंह ने वैज्ञानिकों, अधिष्ठाताओं, निदेशकों एवं ज़ोनल डायरेक्टर्स को किसानों की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए ग्रे एरियाज़ पर रणनीतिक शोध करने का आह्वान किया। उन्होंने संकाय सदस्यों व वैज्ञानिकों को डीएसटी, डीबीटी, एनएमपीबी, बार्क, सीएसआईआर, पीएम-आरकेवीवाई जैसी बाहरी एजेंसियों से परियोजनाओं हेतु शोध निधि प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।

डॉ बलराज सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा तैयार बीज नीति दस्तावेज़ बीज उत्पादन कार्यक्रम को सुदृढ़ बनाने में अत्यंत सहायक होगा। बैठक में विशेष आमंत्रित विशेषज्ञों में डॉ. डीएफ साईं दास, पूर्व निदेशक, आईसीएआर-भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान; डॉ. रमेश मित्तल, पूर्व निदेशक, सीसीएसएनआईएएम, जयपुर; श्रीमती शैलजा देवल, निदेशक, आरएफडब्ल्यूटीआई एवं मुख्य वन संरक्षक, जयपुर तथा डॉ. बी.एस. तोमर, प्रमुख, सब्जी विज्ञान विभाग, आईसीएआर-आईएआरआई, नई दिल्ली शामिल रहे।

अनुसंधान निदेशक डॉ. उम्मेद सिंह ने कार्यवाही प्रतिवेदन, अनुसंधान उपलब्धियाँ व नए एजेण्डा बिंदु प्रस्तुत किए। इस दौरान शैलजा देवल ने किसानों की आय वृद्धि हेतु कृषि-वानिकी आधारित शोध विशेषकर औषधीय पौधों और सुगंधित घासों पर कार्य करने पर बल दिया। डॉ.साईं दास ने बाजरा, अरंडी व रेपसीड-सरसों संकर किस्मों पर अनुसंधान बढ़ाने की सलाह दी, वहीं डॉ. बी.एस. तोमर ने छुपी हुई भूख और कुपोषण निवारण के लिए शोध को महत्वपूर्ण बताया।

बैठक का संचालन डॉ. रोशन चौधरी, उपनिदेशक अनुसंधान ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष, ज़ेडडीआर,इंचार्ज, केवीके, पुस्तकालयाध्यक्ष सहित अनुसंधान परिषद् के सदस्य उपस्थित रहे। अंत में डॉ. शैलेश मार्कर, सह-अधिष्ठाता (शैक्षणिक), एसकेएनसीओए, जोबनेर ने आभार व्यक्त किया।

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