
भरतपुर। जिले के उच्चैन थाना क्षेत्र स्थित खरका गांव में सोमवार को उस वक्त हालात तनावपूर्ण हो गए जब राजस्व विभाग और पुलिस की टीम कृषि मंडी की जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची। कार्रवाई का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने प्रशासनिक दल पर पथराव कर दिया, जिसमें एक कांस्टेबल घायल हो गया। घटना सोमवार शाम की है, जब प्रशासन की टीम कृषि उपज मंडी के लिए आवंटित करीब तीन हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंची थी। कार्रवाई में एसडीएम भारती गुप्ता, तहसीलदार दिनेश यादव और करीब 80 पुलिसकर्मियों का जाप्ता मौजूद था। जैसे ही अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई, स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर एकत्र हो गए और विरोध करने लगे।
मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में गुत्थमगुत्था की स्थिति बन गई। जब अधिकारियों ने विरोध कर रहे ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की, तो अचानक पथराव शुरू हो गया। पथराव में कॉन्स्टेबल जीतू सिंह घायल हो गया। हालांकि, उसे गंभीर चोट नहीं आई है। पथराव होता देख पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए ग्रामीणों को मौके से खदेड़ दिया और स्थिति को नियंत्रित किया। कुछ देर बाद प्रशासन की ओर से ग्रामीणों से समझाइश की गई, जिसके बाद दोबारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। घटनास्थल पर महिलाओं की भी बड़ी संख्या में मौजूदगी रही। एक महिला हाथ जोड़कर अधिकारियों से कार्रवाई रोकने की गुहार लगाती रही।
एसएचओ गिर्राज सिंह ने बताया कि हालात अब नियंत्रण में हैं और शांति बनाए रखने के लिए गांव में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन का कहना है कि यह जमीन कृषि मंडी के निर्माण के लिए सरकार द्वारा आवंटित की गई है, जिस पर कुछ ग्रामीण अनाधिकृत रूप से खेती कर रहे थे। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नियमों के तहत की जा रही है और किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था की स्थिति बनने नहीं
दी जाएगी।
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