विद्यार्थियों ने समझी जिला औषधि भंडार की कार्यविधि

आईआईएचएमआर संस्थान के विद्यार्थियों ने विजिट की
आईआईएचएमआर संस्थान के विद्यार्थियों ने विजिट की

जयपुर। मिनी स्वास्थ्य भवन स्थित सीएमएचओ कार्यालय जयपुर प्रथम के जिला औषधि भंडार में गुरुवार को आईआईएचएमआर संस्थान के विद्यार्थियों ने विजिट की और औषधि भंडार की कार्य प्रणाली के विषय मे विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर कार्यकारी निदेशक, आरएमएससीएल (लॉजिस्टिक्स) डॉ. कल्पना व्यास उपस्थित रहीं।

विजिट के दौरान फार्मासिस्ट विनोद ने आईआईएचएमआर स्टूडेंट्स को औषधि भंडार की समस्त कार्यप्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को दवा की गुणवत्ता की पहचान करने के तरीकों के बारे में बारीकी से जानकारी दी। साथ ही दवाइयों की मांग व आपूर्ति की ढांचागत संरचना को भी आसान शब्दों में समझाया।

आईआईएचएमआर संस्थान के विद्यार्थियों ने विजिट की
आईआईएचएमआर संस्थान के विद्यार्थियों ने विजिट की

जिला औषधि भंडार परिसर में विजिट के दौरान स्टूडेंट्स काफी उत्साहित नज़र आए। वे बारी—बारी सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत करते दिखाई दिए। स्टूडेंट्स के पूछे गए प्रश्नों के अंतर्गत उन्हें समय—समय पर चिकित्सा संस्थानों पर दवाईयों को भेजने का तरीका बताया गया। साथ ही अनुपयोगी/तिथिबाह्य दवाओं के निस्तारण की क्रियाविधि भी समझाई गई। उन्हें बताया गया कि डिमांड के अनुसार ही दवाओं की सप्लाई की जाती है।

स्टूडेंट्स को बताया गया कि औषधि भंडार में दवाओं की आपूर्ति कम होने और ब्लॉक चिकित्सा संस्थान स्तर से डिमांड प्राप्त होने पर राज्य स्तर पर जिले की डिमांड प्रेषित की जाती है। दवाइयों के रख रखाव समेत नियमित रूप से दवाओं की उपलब्धता की निगरानी सुनिश्चित की जाती है। इस संबंध में स्टूडेंट्स को ई-ओषधि सॉफ्टवेयर के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सॉफ्टवेयर में उन्हें दवाइयों के इंद्राज व डिमांड जनरेट की विधि से अवगत कराया गया। इस मौके पर (डीपीसी) औषधि भंडार, जयपुर प्रथम, डॉ. सुमेर घई उपस्थित रहे।