
भारतीय मूल के व्यक्ति को कैलिफोर्निया में पाया गया है दोषी
न्यूयॉर्क। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि मात्र डोर बेल बजाने से खफा व्यक्ति तीन-तीन लोगों को मौत के घाट उतार सकता है। एक बार तो आपको विश्वास नहीं होगा, लेकिन यह एकदम सत्य घटना है। अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के एक व्यक्ति ने तीन किशोरों को अपनी गाड़ी से इसलिए कुचल दिया था कि उन किशोरों ने शरारत में आरोपी के घर की डोर बेल बजा दी थी। दरअसल, अनुराग चंद्रा नाम के भारतीय शख्स के घर 2020 में कुछ शरारती लडक़ों ने डोर बेल बजाई थी। इस बात पर उसने 3 नाबालिगों को कार से टक्कर मार दी और तीनों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, तीनों की उम्र महज सोलह साल थी। इस घटना में कुछ 2 किशोर घायल भी हुए हैं।
तीन किशोरों की हत्या

कोर्ट में भारतीय मूल के दोषी शख्स ने खुद स्वीकार किया कि घटना वाले दिन मैं बहुत नशे में था, तब मैंने बारह बियर पी रखी थी। टक्कर से पहले मैं 99 मील प्रति घंटे (159 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। हालांकि मेरा मकसद उन्हें मारना नहीं बल्कि सबक सिखाना था। दोषी शख्स ने इस बात को भी स्वीकार किया कि वह अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित था। घर की घंटी बजाने वालों के लिए मेरे मन में गुस्सा भरा हुआ था। इस वजह से उसने लडक़ों का पीछा किया लेकिन उसी समय गाड़ी का ब्रेक नहीं लग पाया और यह हादसा हो गया।
ये एक भयानक और मूर्खतापूर्ण घटना
कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान रिवरसाइड काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी माइक हेस्ट्रिन ने कहा कि इन युवकों की हत्या हमारे समुदाय के लिए एक भयानक और मूर्खतापूर्ण घटना थी। इस तरह का पागलपन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। यह जानबूझ कर की गई हत्या है। बता दें कि यह घटना 19 जनवरी, 2020 हुई थी। अनुराग चंद्रा कार की टक्कर के बाद भी बच निकले सर्जियो कैम्पुसानो ने हृक्चष्ट न्यूज को बताया कि हमने बस मजाक में डोर बेल बजा दी थी। हमें इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि यह मजाक हम लोगों के लिए जानलेवा साबित होगा। कार की टक्कर इतनी तेज थी कि मुझे कुछ भी याद नहीं था।