बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा काफी लंबे समय से चल रहा है। लोग इस मुद्दे पर कहते हैं कि स्टार किड्स को फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादा मौके दिए जाते हैं और आउसाइडर्स को किनारा कर दिया जाता है। अब हाल ही में एक इंटव्यू में सूरज पंचोली ने बॉलीवुड में नेपोटिज्म के मुद्दे पर अपनी बात रखी है।
उनका कहना है कि इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाना हर किसी के लिए मुश्किल ही होता है। लेकिन, स्टार किड्स के लिए सोशल मीडिया के इस युग में नफरत से निपटने की अतिरिक्त चुनौती भी होती है। सूरज का कहना है कि जब लोग उनसे कहते हैं कि उन्हें भी नेपोटिज्म का फायदा मिला है, तो उन्हें बहुत गुस्सा आता है।
सूरज पंचोली ने कहा, मैं यह नहीं कहूंगा कि यह किसी के लिए आसान है। बेस्ट एक्टर ही इस इंडस्ट्री में टिक पाएगा, बाकी नहीं टिक पाएंगे। यह सबसे बेस्ट फैमिली के सबसे अच्छे लोगों के साथ भी हुआ है। नेपोटिज्म टैग से कभी-कभी मुझे बहुत गुस्सा आता है। क्योंकि लोग सोचते हैं कि आप कड़ी मेहनत नहीं करते हैं। सूरज एक्टर आदित्य पंचोली और जरीना वहाब के बेटे हैं।