
जयपुर । स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) राजस्थान के निदेशक संदेश नायक ने जिले की सभी टीमों को एकजुट होकर कार्य करते हुए ओडीएफ प्लस के निर्धारित त्रैमासिक लक्ष्य नियत समय पर अर्जित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए ओडीएफ प्लस के सभी घटकों पर एक साथ कार्य किए जाने की आवश्यकता है।
नायक मंगलवार को इंदिरा गांधी पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में इस सम्बन्ध में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यशाला में यूनिसेफ के विषय विशेषज्ञ रूषभ हिमानी ने कहा कि ओ0डी0एफ0 के इस चरण में समुदाय के व्यवहार में बदलाव हेतु राज्य द्वारा निर्मित आई0ईसी0 टूल किट का उपयोग किया जाना चाहिए। विषय विशेषज्ञ सरोज कान्त चौधरी ने एक गांव में प्रतिदिन उत्पन्न ठोस एवं तरल कचरे के आकलन की पद्यति की जानकारी दी एवं ग्रामीणों से सहभागिता के आधार पर ही डीपीआर निर्माण करने पर बल दिया। परामर्शदाता स्वच्छ भारत मिशन ग्राम विरेन्द्र सिंह ने प्रतिभागियों को स्वच्छ भारत मिशन ग्राम 2.0 के मुख्य घटकों की जानकारी दी।

जवानपुरा ग्राम पंचायत की केस स्टडी प्रस्तुत करते हुए सरपंच जयराम जाट ने बताया कि राजीविका के स्वयं सहायता समूह के साथ ग्राम पंचायत द्वारा साझा अनुबन्ध कर कचरा संकलन व्यवस्था किए जाने से गांव को कचरे से मुक्ति मिलने के साथ ही स्वयं सहायता समूह की आय में बढोतरी भी हो रही है।
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कार्यशाला में 2000 की आबादी के लिए ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन योजना के मॉडल प्लान की जानकारी दी गई जिसमें समुदाय के सहयोग से सःशुल्क कचरा प्रबन्धन की व्यवस्था स्थापित होगी। इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन एवं नरेगा कन्वर्जेन्स के माध्यम से घरेलू स्तर पर सोख्ता गड्ढा, मेजिक पिट, नाली निर्माण, कम्पोस्ट पिट, नाडेप आदि की जानकारी दी गई। कार्यशाला में 176 प्रतिभागियोें ने हिस्सा लिया। जिनमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला प्रभारी अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, कचरा प्रबन्धन विषय विशेषज्ञ, ब्लॉक विकास अधिकारी एवं ब्लॉक कॉर्डिनेटर शामिल हुए।