नई दिल्ली: 138 वर्षों से अधिक समय से, कोका-कोला खुशी और ताजगी का प्रतीक बना हुआ है, जो विभिन्न देशों और पीढ़ियों के लोगों को साथ में जोड़ता है। 1993 में भारत में अपने आगमन के बाद से, हमेशा लोगों के जेहन में रहने वाला लाल और सफेद रंग का लोगो उनकी रोजाना की जिंदगी और उनके यादगार पलों का हिस्सा बन चुका है। क्रिकेट की खुशियों और संगीत समारोह से लेकर रोजमर्रा के मुस्कुराहट के पलों तक कोका-कोला खुद को भारत के ताने-बाने में पिरोने में सफल रही है और अब यह पूरे देश में जश्न का हिस्सा बन चुका है।
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