
- टाटा पावर ने किसानों की मदद को कोविड-19 लॉकडाउन में टाटा पावर द्वारा जमशेदपुर और झारखंड के किसानों की सब्जियां और फल मंडियों तक पहुंचाए
- फलों और सब्जियों को अलग-अलग स्थानीय मंडियों तक पहुंचाकर स्वयं सहायता समूहों और किसानों की उपजीविका को दिया सहारा
नई दिल्ली । टाटा पावर ने महिला स्वयं सहायता समूहों और किसानों की मदद करना वर्तमान समय में भी जारी रखा है। कोविड-19 की वजह से देश भर में चल रहे लॉकडाउन में जमशेदपुर और झारखंड के किसानों ने उगायी हुई सब्जियां और फल मंडियों तक पहुंचाने का काम टाटा पावर द्वारा किया जा रहा है।
टाटा पावर द्वारा जमशेदपुर और झारखंड के किसानों की सब्जियां और फल मंडियों तक पहुंचाए
टाटा पावर ने अपनी सहयोगी एजेंसी आइडेंट (एआईडीएनटी) इस सामाजिक कल्याण संगठन की सहायता से 30,000 किलो सब्जियां और खरबूजें जमशेदपुर और धनबाद, रांची इन नजदीकी जिलों में स्थानीय मंडियों और हाट तक पहुंचाने में मदद की है।
इससे खैरभोनी, डोमजुरी, नूतनडीह, खाकारीपारा गावों के किसानों को राहत मिली है। कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से किसानों की स्थिति बिकट हो चुकी है।
यातायात सेवाओं पर निर्बंधों ने खेतों में उगायी गयी सब्जियां और फल मंडियों में पहुंचाने में कई मुश्किलें आ रही हैं। इस स्थिति को मद्देनजर रखते हुए टाटा पावर ने स्थानीय प्रशासन की मदद से इन उत्पादों को मंडियों और हाट में पहुंचाया है।
इस तरह से टाटा पावर ने लोगों के रोजगार को जारी रखने में मदद की है, साथ ही स्थानीय बाजार की मांगें और आपूर्ति जरूरतों को भी पूरा किया है। इस पहल के बारे में टाटा पावर के सीईओ और एमडी प्रवीर सिन्हा ने बताया, “आज हम सब एक अभूतपूर्व, असाधारण विपदा का सामना कर रहे हैं।
टाटा पावर ने 30,000 किलो सब्जियां स्थानीय मंडियों पहुंचाने में मदद की
आज के दौर में एकसाथ मिलकर एक-दूसरे की मदद करना बहुत जरुरी है। इस क्षेत्र के किसानों का रोजगार जारी रहे इसलिए उनकी मदद करते हुए हमें बहुत ख़ुशी हो रही है। हमें जैसे संभव होता है उस तरह से हम उनकी मदद करते रहेंगे।
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स्थानीय जनता को पर्यावरण के अनुकूल जीवन जीने में मदद करने के लिए बड़े पैमाने पर सुविधाओं को निर्माण करके सक्षम करने और चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए टाटा पावर ने मदद की है।
जरुरी चीजों की आपूर्ति करना आवश्यक है यह समझते हुए टाटा पावर कंपनी ने तुरंत मदद की, जिससे किसानों का रोजगार जारी रहा और लोगों को जरुरी चीजें भी मिलती रही।