
धर्मशाला। धर्मशाला में त्सुगलाखांग मुख्य तिब्बती मंदिर में 14वें दलाई लामा के 90वें जन्मदिवस समारोह आयोजित किया गया। समारोह में का केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू भी शामिल हुए। पारंपरिक लॉन्ग लाइफ ऑफरिंग (तेनशुग) समारोह के साथ आयोजित इस कार्यक्रम में दुनियाभर से आए श्रद्धालुओं ने एकजुट होकर अपनी श्रद्धा प्रकट की।
A powerful gathering of hearts and hopes, united across generations and nations, seeking one blessing:
May his light endure.
May his compassion continue to guide.
May his wisdom forever illuminate our path.Long Live His Holiness! pic.twitter.com/jOqLkybDOV
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) July 5, 2025
मुख्यमंत्री खांडू ने इस अवसर को भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करने वाला बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रार्थनाओं से लेकर विधिवत अर्पणों तक, पूरा वातावरण प्रेम और कृतज्ञता से भरा हुआ था।
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने 90वें जन्मदिन से पहले कहा कि मैं अभी 130 साल और जियूंगा। उत्तराधिकारी के चुनाव और विवाद के बीच दलाई लामा ने शनिवार को कहा- कई भविष्यवाणियों को देखते हुए मुझे लगता है कि मुझ पर अवलोकितेश्वर का आशीर्वाद है। मुझे लोगों की सेवा करने के लिए 30-40 साल और जीने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले, 2 जुलाई को दलाई लामा ने स्पष्ट किया था कि उनके भविष्य के पुनर्जन्म की मान्यता केवल गदेन फोडरंग ट्रस्ट द्वारा ही की जा सकती है, जिसे उन्होंने स्वयं स्थापित किया है।
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने भी 4 जुलाई को इस विचार का समर्थन करते हुए कहा,” दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर निर्णय का अधिकार केवल उन्हीं को होना चाहिए। किसी बाहरी हस्तक्षेप की कोई जगह नहीं है। बतौर अनुयायी, मैं उनके अधिकार का पूरी तरह समर्थन करता हूं।”