
प्रथम पूज्य को निमंत्रण के साथ जयपुर स्थापना दिवस समारोह का आगाज. महापौर और सांसद ने बजाए नगाड़े. पावणे भी झूमे
जयपुर: ढोल-नगाड़ों की गूंज, प्रथम पूज्य की महाआरती और गजराज के पूजन के साथ सोमवार को जयपुर स्थापना दिवस समारोह का आगाज हुआ. ग्रेटर नगर निगम की ओर से मोती डूंगरी गणेश मंदिर में प्रथम पूज्य को जयपुर स्थापना दिवस समारोह के एक महीने के आयोजनों को लेकर निमंत्रण दिया गया. इस दौरान महापौर और सांसद ने नगाड़े बजाते हुए जयपुर स्थापना दिवस का जश्न मनाया तो वहीं विदेशी पावणे भी ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमते हुए नजर आए. वहीं, इस दौरान मेयर ने हेरिटेज और ग्रेटर निगम की ओर से अलग-अलग आयोजन किए जाने के सवाल पर कहा कि जयपुर को बांटने वाले कोई और ही थे. वो जयपुर को एक करने वाले हैं.
आज जयपुर 297 साल का हो गया है. ऐसे में प्रथम पूज्य से लेकर जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर और जहां से जयपुर की बसावट शुरू हुई उस गंगापोल गेट पर विराजमान भगवान गणेश की पूजा आराधना के साथ स्थापना दिवस समारोह का आगाज हुआ. इस अवसर पर महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि आज भी जयपुर इतना सुंदर है कि हर व्यक्ति को आकर्षित करता है. हर व्यक्ति जयपुर में आने की इच्छा प्रकट करता है. मेयर समिट में दूसरे देशों के महापौरों ने भी जयपुर देखने की इच्छा प्रकट की थी.