केन विलियमसन के कैच को लेकर नहीं थमा विवाद

सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सामने आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई

नई दिल्ली। सनराइजर्स हैदराबाद ने राजस्थान रॉयल्स के साथ मैच 29 मार्च को खेले गए मैच के दौरान कप्तान केन विलियमसन को थर्ड अंपायर के कैच देने पर शिकायत दर्ज कराई है। देवदत्त पड्डिकल की ओर से पकड़े गए इस कैच पर थर्ड अंपायर के डिसीजन को लेकर शुरू से ही विवाद रहा था। इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद को हार का सामना करना पड़ा था

मैच के बाद कोच ने जताई थी नाराजगी :

थर्ड अंपायर के डिसीजन को लेकर टीम के कोच टॉम मूडी ने मैच के बाद नाराजगी जताई थी। उन्होंने मैच के बाद कहा था कि थर्ड अंपायर के फैसले से हम हैरान हैं। टीवी रीप्ले पर देखने से पता चलता है गेंद पहले जमीन से टकाराई थी। उसके बाद प्लेयर के हाथ में गई थी।

क्या था मामला :

दरअसल मंगलवार को राजस्थान और हैदराबाद के बीच मंगलवार को खेले गए मुकाबले में लपके गए एक कैच को लेकर विवाद था। हैदराबाद की पारी का दूसरा ओवर प्रसिद्ध कृष्णा करने आए थे। ओवर की चौथी गेंद विलियमसन के बल्ले का किनारा लेकर सीधा विकेटकीपर संजू सैमसन के हाथ में गई, लेकिन संजू से गेंद छिटक गई। संजू से छिटकी गेंद को फर्स्ट स्लिप में खड़े देवदत्त पड्डिकल ने लपक लिया। ग्राउंड अंपायर को समझ नहीं आया कि ये कैच पकड़ा गया है या फिर बॉल ग्राउंड पर लगी है। अंपायर ने विलियमसन के आउट होने का सॉफ्ट सिग्नल दिया, लेकिन कंफर्मेशन के लिए थर्ड अंपायर से चेक करने की रिक्वेस्ट की। थर्ड अंपायर ने भी हर एंगल से रिप्ले देखा और विलियमसन को आउट दे दिया था। वीडियो के पहले फ्रेम से ही साफ नजर आ रहा था कि गेंद ग्राउंड को टच कर रही है।

इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इस डिसीजन को लेकर कमेंट किया और आउट या नॉटआउट होने को लेकर बहस छिड़ गई। हैदराबाद के लिए विलियमसन का विकेट बहुत मायने रखता था। वह अपनी बल्लेबाजी से किसी भी मैच का पासा पलट सकते थे। अगर उन्हें नॉटआउट करार दिया जाता तो मैच बदल भी सकता था। उनके आउट होने के बाद राहुल त्रिपाठी, निकोलस पूरन और अभिषेक वर्मा भी जल्दी आउट हो गए थे।