
बारां-झालावाड़ में एक इंच बरसात, राणा प्रताप सागर बांध से 34 हजार क्यूसेक पानी की निकासी
जयपुर। राजस्थान में आज मानसून सीजन खत्म हो जाएगा। 1 जून से 30 सितंबर तक यह रहता है। आज मानसून सीजन का आखिरी दिन है। राज्य में इस बार औसत से 56 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। 1 अक्टूबर से पोस्ट मानसून बारिश का दौर शुरू हो जाता है। पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बरसात झालावाड़ के खानपुर में 33 एमएम दर्ज हुई। झालावाड़ के ही पचपहाड़ में 27 एमएम, डग में 5, अकलेरा-झालरापाटन में 2-2, बारां जिले के अटरू में 27, किशनगंज में 12, राजसमंद के आमेठ में 3, सिरोही के माउंट आबू में 2 और उदयपुर के कोटड़ा में 8 एमएम बरसात दर्ज हुई।

इधर, रावतभाटा में राणा प्रताप सागर बांध से पानी की निकासी के लिए खोले गए दो में से एक गेट को बंद कर दिया। अब सिर्फ एक गेट से 34 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बारिश होने और ठंडी हवा चलने से प्रदेश में तापमान भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। प्रदेश में पश्चिमी हवाओं का प्रभाव कम होने और नमी ज्यादा होने से हवाओं में ठंडक बढ़ गई, जिससे रविवार को कई जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
जैसलमेर में रविवार दिन का अधिकतम तापमान 3 डिग्री गिरकर 37.4 डिग्री सेल्सियस, फलोदी में एक डिग्री गिरकर 38.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इधर बीकानेर में अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 36.6, गंगानगर में 37.3, जोधपुर में 37.2 और जयपुर में 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
अब आगे क्या?
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि गुजरात, राजस्थान, पाकिस्तान सीमा के ऊपर एक एंटी साइक्लोन सिस्टम बन गया है। इसके प्रभाव से आज से प्रदेश में उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव धीरे-धीरे बढऩे लगेगा और एक-दो दिन में राजस्थान के कुछ अन्य हिस्सों से मानसून की विदाई होने की संभावना है। राज्य के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में उदयपुर, कोटा संभाग के कुछ हिस्सों में हल्के बादल छाने और बूंदाबांदी होने की संभावना है, जबकि शेष राज्य में मौसम शुष्क रहेगा। राजस्थान में आज से 3 अक्टूबर तक प्रदेश में कही भी तेज या मध्यम बारिश का कोई अलर्ट नहीं है।
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