समाज का जागरण कर उसे आत्मनिर्भर बनना ही लक्ष्य: भागवत

Bhagwat

डूंगरपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि ग्राम विकास समाज की गतिविधि है। पूरे समाज को हर क्षण अपना मानना है, इससे समाज के आचरण में परिवर्तन लाकर नित्यसिद्ध संगठित समाज तैयार करना है। समाज का जागरण कर उसे आत्मनिर्भर बनना है। भागवत राजस्थान के डूंगरपुर जिले के भेमई गांव में आयोजित प्रभात ग्राम विकास मिलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि समाज आधारित विकास अपने देश का स्वभाव रहा है। सब प्रकार का विकास करते हुए, पर्यावरण सुरक्षित रखते हुए भारत पूर्व में भी अग्रणी देश रहा है। हम अर्थव्यवस्था में प्रथम थे। शासन से सहायता की आशा रखने के स्थान पर हमें समाज का जागरण कर उसे आत्मनिर्भर बनना है और ग्राम विकास अपने बूते मजबूत करना है।

हमें साथ मिलकर कार्य करने वालों का समूह खड़ा करना होगा। गांव को सामूहिक निर्णय के माध्यम से तैयार करना है। सबके मिलकर सोचने से गलती नहीं होती है, सामूहिक मन व निर्णय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गतिविधि का परिणाम धीरे आता है। धैर्यपूर्वक कार्य करें एवं धैर्य के साथ दृष्टि, दक्षता का विकास करें।