विधानसभा में गूंजा भांकरोटा अग्निकांड का मुद्दा

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विपक्ष ने पूछा जिम्मेवारों पर क्या कार्रवाई की- सरकार का जवाब आया अफसर का ट्रांसफर कर दिया

जयपुर। विधानसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान भांकरोटा अग्निकांड का मुद्दा गूंजा। बीजेपी विधायक गुरवीर सिंह बराड़ ने भांकरोटा अग्नीकांड को लेकर सरकार से जांच कमेटी की रिपोर्ट को लेकर सवाल पूछा। साथ ही यह भी पूछा कि हादसे के लिए जिम्मेवार अफसरों पर क्या कार्रवाई की गई?

विधानसभा में गुरुवार को भांकरोटा अग्निकांड को लेकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष के विधायक गुरुवीर सिंह बराड़ ने सरकार से सवाल पूछा कि भांकरोटा अग्निकांड को लेकर क्या सरकार ने जांच कमेटी गठित की थी और भविष्य में इस तरह की घटनाएं फिर नहीं हो इसके लिए क्या कोई कार्यवाही करने पर विचार रखती है?

सरकार की ओर से इस सवाल का जवाब राज्यमंत्री मंजू वाघमार ने दिया। उन्होंने बताया कि सरकार ने भांकरोटा अग्निकांड को लेकर एक कमेटी गठित की थी।
बराड़ ने कहा कि भांकरोआ अग्निकांड में 20 से ज्यादा लोगों की जलकर मौत हो गई। इसकी तस्वीरें पूरे देश ने देखी लेकिन सरकार ने जो जवाब दिया है उसमें कहा गया है कि घटना के लिए संभावित कारण दिए गए हैं उसमें लिखा है …यू टर्न सावधानी पूवर्क नहीं लिया गया। दोनों वाहन चालकों की लापरवाही से एक्सीडेंट हुआ।

उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना चली गई लेकिन वहां कोई स्पीड ब्रेकर नहीं बने। इतनी बड़ी लापरवाही हो गई लेकिन सरकार ने सभी अफसरों को क्लीन चिट दे दी।
इसके जवाब में मंजू वाघमार ने कहा कि इस घटना के बाद कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर इस रोड पर 33 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए। इनमें से 32 कट बंद कर दिए गए हैं। वहीं डीपीएस कट के पास वैकल्पिक मार्ग दे दिया गया है।
उन्होंने कहा कि घटना के लिए जो दोषी अधिकारी थे उसके लिए एनएचएआई के एक आरओ अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया है।

इस पर बराड़ ने कहा कि क्या एक अफसर के ट्रांसफर से घटना की पूर्ती हो जाएगी। उन्होंने पूछा कि हाईवे पर चल रहे हाईली इन्फ्लेमेबल वाहनों की मॉनिटरिंग के लिए सरकार के पास कौन सा सिस्टम है। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि इसके लिए नियम केंद्र सरकार बना सकती है लेकिन राज्य सरकार अपने स्तर पर सड़क सुरक्षा के लिए अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि ब्लैक स्पॉट के सुधार के लिए भी काम किया जा रहा है।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बीच में टोकते हुए कहा कि 50 लोग मर गए और सरकार ने एक भी व्यक्ति को दोषी नहीं माना। उन्होंने पूछा कि इस दुर्घटना के बाद कितने ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए और कमेटी ने उन्हें कितने दिनों में बंद करने के लिए कहा था। इस पर मंत्री ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट एक महीने में मिल गई थी और रिपोर्ट मिलते ही हमने तुरंत कार्रवाई कर दी थी। इस पर जूली बोले कि दो महीनों तक कट बंद नहीं किए गए।