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आरआईसी में ‘मोहन वीणा – सात्विक वीणा’ की विशेष जुगलबंदी
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पंडित विश्व मोहन भट्ट का उनके 75वें अमृत महोत्सव वर्ष में हुआ सम्मान
जयपुर। राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) द्वारा आयोजित एक भव्य संगीतमय संध्या में ग्रैमी अवार्ड विजेता, पद्म भूषण पंडित विश्व मोहन भट्ट और उनके पुत्र, ‘तंत्री सम्राट’ पंडित सलिल भट्ट की मोहन वीणा और सात्विक वीणा का विशेष जुगलबंदी ने समां बांध दिया। यह संध्या श्रोताओं को भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराइयों में ले गई, जब राग ‘विश्व कौंस’ में पिता-पुत्र की अद्वितीय जुगलबंदी ने संगीत के माध्यम से विश्व शांति का संदेश दिया। श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देने वाली इस प्रस्तुति में आलाप, जोड़, झाला, विलंबित और द्रुत गति की रचनाओं के माध्यम से दोनों वीणाओं के बीच एक जीवंत संवाद प्रस्तुत किया गया। वहीं, राम और हनुमान जी की स्तुतियों की संगीतमय व्याख्या ने श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।

प्रस्तुति के दौरान, बनारस घराने के प्रसिद्ध तबला वादक, पंडित अभिषेक मिश्रा ने अपने तबले की दमदार थाप से श्रोताओं में जोश और ऊर्जा भर दी। इस अवसर पर जयपुर की इस मिट्टी से निकले संगीत सम्राट, पंडित विश्व मोहन भट्ट को उनके 75वें अमृत महोत्सव वर्ष में, इस अद्वितीय सफर और भारतीय संगीत को वैश्विक मंच तक पहुंचाने के लिए विशेष अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें सुधांशु कासलीवाल द्वारा प्रदान किया गया। इससे पूर्व, पंडित विश्व मोहन भट्ट की यात्रा पर एक शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना, अभिनेत्री व कोरियोग्राफर शिंजिनी कुलकर्णी ने किया। उन्होंने पंडित विश्व मोहन भट्ट और पंडित सलिल भट्ट के साथ एक सार्थक संवाद प्रस्तुत किया, जिसमें दोनों कलाकारों के जीवन के प्रेरणादायक और रोचक अनुभवों को दर्शकों के सामने लाया गया। यह आयोजन न केवल एक संगीतमय प्रस्तुति था, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक जीवंत उत्सव भी था।