
न्यूयॉर्क। भारत और चीन के बीच बीते कई महीनों से सीमा को लेकर जारी तनाव के बीच अमेरिका ने कहा कि अगले सप्ताह दिल्ली में होने वाली टू प्लस टू वार्ता में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की स्थिति पर भी चर्चा होगी।
26 और 27 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षामंत्री मार्क एस्पर हिस्सा लेंगे। वहीं, भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भाग लेंगे।
बैठक को भारत के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। जानकारों के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच बैठक में चीन को काबू करने की रणनीति पर गंभीरता से विचार हो सकता है। चीन की नजरें भी बैठक पर टिकी हैं।
वाशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के प्रमुख उप सहायक सचिव डीन थॉम्पसन ने कहा कि निश्चित रूप से एलएसी पर चर्चा होगी। मुझे लगता है कि दोनों पक्षों ने सीमा पर तनाव को कम करने की इच्छा जाहिर की है।

थॉम्पसन ने कहा कि भारत के साथ हमारे संबंधों को देखें तो, उनके साथ हमारे सहयोग की गति और दायरा लगातार बढ़ रहा है। यकीनन, हमारे पास अमेरिका-भारत संबंध को मजबूत करने का एक अच्छा मौका है, जो इस क्षेत्र और दुनिया में सुरक्षा व स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी से भी करेंगे मुलाकात
अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि भारत दौरे पर एस्पर और पोम्पियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। टू प्लस टू प्रारूप हमारे सबसे करीबी दोस्तों और साझेदारों के लिए आरक्षित है। यह हमारे उस विश्वास को दर्शाता है कि दोनों देश एक साथ काम करने पर अधिक मजबूत, अधिक सुरक्षित और समृद्ध होते हैं। इससे पहले गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था, तीसरी भारत-अमेरिका टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता में आपसी हित के द्विपक्षीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा होगी।