जयपुर म्यूजिक स्टेज 2025 में दूसरे दिन भी चला सुर और संगीत का जादू!

म्यूजिक स्टेज 2025
म्यूजिक स्टेज 2025

जयपुर: 30 जनवरी को हुए धमाकेदार उद्घाटन ने जयपुर म्यूजिक स्टेज में जिस तरह का सुरीला माहौल बनाया था, वह दिल छू जाने वाली धुनों साथ दूसरे दिन भी जारी रहा। होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर में हर शाम जब दिन के बाकी सत्र समाप्त हो जाते हैं तब संगीत का जादू जयपुर म्यूजिक स्टेज परवान चढ़ता है और श्रोताओं के सामने सुरों और गीतों की रंगीन दुनिया खुल जाती है। पहले दिन में दो प्रदर्शन थे, जो मध्यकालीन सूफी संतों अमीर खुसरो और कबीर दास की कालजयी कविताओं और गीतों को समर्पित थे।

हजरत अमीर खुसरो प्रोजेक्ट को प्रसिद्ध कलाकार अभिजीत पोहनकर ने मंच पर पेश किया, जबकि कबीर-वाणी को मशहूर दास्तान लाइव ने रॉक-ऑपेरा के रूप में प्रस्तुत किया।दूसरी शाम में कई प्रस्तुतियाँ देखने को मिलीं, जिनमें कामाक्षी खन्ना की शानदार प्रस्तुति ने समा बांध दिया। कामाक्षी अपनी दिल से लिखी कविताओं और सुकून देने वाली धुनों के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने मंच पर पॉप, आर एंड बी, सोल और लोक संगीत का मिश्रण पेश किया।उनकी प्रस्तुति के बाद, सुशीला रामन, जो अपनी मोहक आवाज़ और विश्व संगीत, भारतीय शास्त्रीय संगीत और प्रयोगात्मक ध्वनियों के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने मंच पर अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा। उनके साथ थे।

सम मिल्स, जो एक प्रसिद्ध गिटार वादक है और विभिन्न संस्कृतियों के संगीत में माहिर हैं। इनके साथ ही नगाड़ा और राजस्थान की लोक परंपरा के 13वीं पीढ़ी के संगीतकार नाथू लाल सोलंकी जी जी ने भी प्रस्तुति में चार चाँद लगा दिए। इंसके अलावा प्रसिद्ध कलाकार चुग्गे खान, जो राजस्थान की लोक, सूफी और भारतीय शास्त्रीय संगीतकार हैं उन्होंने ने भी म्यूजिक स्टेज पर अपनी प्रस्तुति दी। इन सब संगीतकारों ने साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय और राजस्थान की संगीत परंपराओं का शक्तिशाली मिश्रण प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उत्साही भीड़ से भरे म्यूजिक स्टेज की यह शाम श्रोताओं के जीवन में एक सुरीली याद के रूप में सदा के लिए दर्ज हो गई।