
वित्र माघ मास का आरंभ 7 जनवरी से हो रहा है। माघ मास स्नान दान आदि के लिए काफी शुभ माना जाता है। ज्योतिषीय दृष्टि से देखें तो माघ महीने में कई बड़े व्रत और त्योहार देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही इस महीने में कई ग्रह गोचर भी देखने को मिलेंगे। माघ मास में जहां एक ओर गुप्त नवरात्रि पड़ेगी वहीं दूसरी ओर 17 जनवरी से शनि का राशि परिवर्तन भी हो रहा है। इसके साथ 8 जनवरी और 5 फरवरी यानी इन दो दिन रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग भी बन रहा है।
प्रमुख व्रत और त्योहार

- 8 जनवरी- रवि पुष्य योग प्रात: 7:13 से 9 जनवरी, प्रात: 6.06 तक
- 10 जनवरी- अंगारक चतुर्थी व्रत, चंद्रोदय रात्रि 8:55, सर्वार्थ सिद्धि योग- प्रात: 7:14 से 9:02 तक
- 12 जनवरी- मंगल मार्गी रात्रि 2:28 पर
- 13 जनवरी- बुध उदय पूर्व में प्रात: 10:41, रवियोग सायं 4:35 से 14 जनवरी सायं 6:13 तक
- 14 जनवरी- सूर्य मकर में रात्रि 8:44, खरमास समाप्त
- 15 जनवरी- मकर संक्रांति पुण्यकाल सूर्योदय से पूरे दिन, श्री कालाष्टमी
- 17 जनवरी- शनि कुंभ में सायं 6:02 से
- 18 जनवरी- षटतिला एकादशी, बुध मार्गी सायं 6:41 से, अमृतसिद्धि योग प्रात: 7:14 से सायं 5:23 तक
- 19 जनवरी- प्रदोषव्रत
- 21 जनवरी- शनैश्चरी अमावस्या, मौनी अमावस्या
- 22 जनवरी- माघी गुप्त नवरात्रि प्रारंभ, शुक्र कुंभ राशि में दोपहर 3:52 पर
- 23 जनवरी- पंचक प्रारंभ दोपहर 1:50 से
- 24 जनवरी- गौरी तृतीया,
- 25 जनवरी- विनायक चतुर्थी व्रत
- 26 जनवरी- वसंत पंचमी, सरस्वती पूजा
- 27 जनवरी- पंचक समाप्त सायं 6:38 पर
28 जनवरी- श्री नर्मदा जयंती, रथआरोग्य सप्तमी, भीष्माष्टमी - 29 जनवरी- श्री दुर्गाष्टमी
- 30 जनवरी- गुप्त नवरात्रि पूर्ण, शनि अस्त सायं 5:56 पर
- 1 फरवरी- जया एकादशी व्रत
- 2 फरवरी- भीष्म द्वादशी
- 3 फरवरी- प्रदोष व्रत
- 5 फरवरी- माघ स्नान समाप्त, दांडारोपिणी पूर्णिमा, रवि पुष्य योग प्रात: 7:09 से दोपहर 12:14 तक