दुनिया में बढ़ता कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा, बेल्ज्यिम फिर लॉकडाउन की ओर

वॉशिंगटन। दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.24 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 14 लाख 86 हजार 198 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 11.48 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यूरोपीय देशों में संक्रमण की दूसरी लहर पूरी दुनिया में सबसे खतरनाक साबित हो रही है। बेल्जियम सरकार ने दूसरे और बेहद सख्त लॉकडाउन की तैयारी कर ली है। वहीं, अमेरिका में फरवरी तक पांच लाख मौतों की आशंका जताई गई है।

बेल्जियम में अब बेहद सख्त लॉकडाउन होगा

कोरोनावायरस शुरू होने के बाद बेल्जियम सरकार दूसरी बार नेशनल लॉकडाउन लगाने जा रही है। इस बार लॉकडाउन पहले की तुलना में ज्यादा सख्त होगा। सरकार ने फिलहाल अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है। इसके साथ ही नॉन अर्जेंट सर्जरीज टालने का फैसला भी किया है।

इसका मकसद अस्पतालों में भीड़ कम करना और बेड खाली रखना है। नए प्रधानमंत्री एलेक्जेंडर डी कू्र ने कहा- इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं है। हमें अपने सिस्टम को बेहद जल्द दुरुस्त करना होगा। सभी तरह के इवेंट्स रद्द कर दिए गए हैं। पार्कों को बंद कर दिया गया है। कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के आदेश जारी किए जा चुके हैं। सभी तरह के होटल, बार और रेस्टोरेंट्स भी बंद हैं।

अमेरिका में बढ़ सकती हैं मौतें

एक नई स्टडी में कहा गया है कि अमेरिका में फरवरी तक संक्रमण से मौतों की संख्या पांच लाख के पार हो सकती है। अमेरिकी चुनाव में यह सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इसको लेकर दबाव में हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन ने एक रिसर्च में कहा है कि दूसरी लहर पर काबू नहीं पाया गया तो पांच लाख 11 हजार लोगों की जान जा सकती है। स्टडी के मुताबिक, अगर सावधानी नहीं बरती गई और वैक्सीन नहीं आई तो तीन लाख और लोग जान गंवा सकते हैं। और ऐसा होने में महज चार महीने लगेंगे।

फ्रांस में दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित होगी

फ्रांस की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर पहली के मुकाबले ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। इससे निपटने के लिए इमरजेंसी प्लान तैयार किया गया है। इसके अलावा अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

देश के 9 शहरों में पहले ही नाइट कफ्र्यू था। अब इसे कुछ और क्षेत्रों में लगाने की तैयारी भी की जा चुकी है। शुक्रवार को यहां 43 हजार नए मामले मिले थे। शनिवार को यह आंकड़ा कुछ कम होकर 41 हजार पर आ गया। हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।

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