सर्दियोंं में बढ़ जाती है माइग्रेन की समस्या, एक्सपर्ट से जानें इसकी वजह और बचाव के तरीके

माइगे्रन की समस्या
माइगे्रन की समस्या

सर्दियां शुरू हो चुकी हैं और इसके साथ ही लोगों को कई समस्याएं भी होने लगी हैं। इस मौसम में जहां विभिन्न संक्रमण और बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले लेती हैं, तो वहीं कई इस मौसम में सिरदर्द से परेशान रहते हैं। कई लोगों के लिए यह गंभीर नहीं होता और कुछ समय में ठीक हो जाता है। हालांकि, कुछ लोगों के लिए सीजनल माइग्रेन की शुरुआत हो सकती है, जो आगे जाकर उनके लिए काफी मुश्किल भरा हो सकता है।

आमतौर पर मौसम बदलने के साथ ही माइग्रेन की समस्या होने लगती है। ऐसे में लोग जो तापमान, आद्र्रता, बैरोमीटर के दबाव और यहां तक कि रोशनी में बदलाव में उतार-चढ़ाव के प्रति संवेदनशील होते हैं, उन्हें इस तरह के माइग्रेन का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने गुरुग्राम स्थित मैक्स हॉस्पिटल, न्यूरोलॉजी में प्रमुख सलाहकार डॉ. विन्नी सूद से बातचीत की।

सर्दियों में क्यों ट्रिगर होता है माइग्रेन?

डॉक्टर विन्नी बताते हैं कि बैरोमीटर के दबाव में बदलाव के कारण सर्दियों में माइग्रेन की स्थिति सबसे खराब हो जाती है, जिससे दिमाग की वाहिका में संकुचन होता है, जिससे माइग्रेन शुरू हो जाता है। इसके अलावा सर्दियों में सेरोटोनिन के स्तर में बदलाव भी माइग्रेन ट्रिगर का कारण बनता है। ऐसे में सर्दियों में माइग्रेन से बचने के लिए ठंडी हवाओं के संपर्क में आने से बचें, खुद को उचित रूप से हाइड्रेटेड रखें, पर्याप्त नींद लें, उचित समय पर भोजन करें। सर्दियों में माइग्रेन में बचने में ये टिप्स मददगार होंगे-

स्ट्रेस मैनेज करें

स्ट्रेस मैनेज करें
स्ट्रेस मैनेज करें

इन दिनों लोगों की दिनचर्या काफी तनावपूर्ण हो चुकी है। साथ ही मौसम में बदलाव की वजह से भी अक्सर तनाव की स्थिति बन जाती है। ऐसे में तनाव मैजेन कर आप इससे बच सकते हैं। इसके लिए डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मेडिटेशन जैसी तकनीक मददगार होंगी।

हेल्दी नींद पैटर्न बनाए रखें

हेल्दी नींद पैटर्न बनाए रखें
हेल्दी नींद पैटर्न बनाए रखें

बिगड़ती लाइफस्टाइल की वजह से लोगों की सोने की आदतें भी काफी बदल गई है। अनियमित नींद माइग्रेन की वजह बन सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि आप रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद जरूर लें, ताकि माइग्रेन से बचा जा सके।

हाइड्रेटेड रहें

शरीर में पानी की कमी कई स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बन सकती है। माइग्रेन इन्हीं समस्याओं में से एक है, जो डिहाइड्रेशन की वजह से अक्सर ट्रिगर हो जाता है। ऐसे में कोशिश करें कि दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं और एक बोतल अपने साथ रखें और समय-समय पर पानी पीते रहे हैं।

शांतिपूर्ण वातावरण में रहें

माइग्रेन से पीडि़त व्यक्ति को अक्सर शोर-शराबे और तेज रोशनी से परेशानी होती है। ऐसे में कोशिश करें कि आप जहां रह रहे हैं, वहां काले या गहरे रंग के पर्दे से रोशनी को कंट्रोल करें और शोर को कम कर शांतिपूर्ण वातावरण में बनाए। यह सीजनल माइग्रेन के संभावित ट्रिगर को कम कर सकता है।

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