
आईजी कुंभ और मेला अधिकारी ने 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा के शाही स्नान की व्यवस्थाओं को लेकर बड़े अखाड़े के पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया।
इस दौरान संतों ने कहा कि शाही स्नान के दौरान अखाड़े कोरोना की सभी गाइडलाइन का पालन करेंगे। शाही स्नान के लिए जाते समय जुलूस में आम लोगों को शामिल नहीं किया जाएगा।

आईजी कुंभ संजय गुंज्याल और मेला अधिकारी दीपक रावत ने तीनों बैरागी अखाड़ों और बड़ा उदासीन अखाड़े के संतों श्रीमहंत दुर्गादास, श्रीमहंत महेश्वर दास, श्रीमहंत अद्वेतानंद, कोठारी दामोदर दास, व्यास मुनि, निर्मल अखाड़े से देवेंद्र शास्त्री, कोठारी जसविंदर सिंह, नया उदासीन के सचिव जगतार मुनि से मुलाकात की।
अखाड़ों के पदाधिकारियों ने आईजी और मेला अधिकारी को आश्वासन दिया कि चैत्र पूर्णिमा के शाही स्नान के दौरान उत्तराखंड सरकार की सभी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। शाही जुलूस में अखाड़ों के साधु-संत सीमित संख्या में स्नान करेंगे।