
नागौर। जिला परिषद सभागार में शुक्रवार को जिला विकास एवं निगरानी समिति (दिशा ) की बैठक रालोपा संयोजक सांसद हनुमान बेनीवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मौजूद प्रतिनिधियों ने जब समय पर काम नहीं होने को लेकर श्रम, उद्योग सहित कई विभागों के अधिकारियों को आड़े हाथ लिया। मूंडवा प्रधान प्रतिनिधि रेवंतराम डांगा ने कहा- हमारे इलाके के सिलिकोसिस बीमारी से पीडि़त 5 बच्चों के पिता की मोत हो चुकी है, मगर परिवार को सहायता राशि के लिए श्रम विभाग वाले चक्कर लगवा रहे हैं।
यहां दलालों को कमीशन देने पर ही काम होते हैं। कलेक्टर साहब आप यहां बैठे हो, कुछ तो कीजिए? इतने में सांसद बेनीवाल ने कहा- अपनी सरकार बनते ही ऐसे चोरों को पकड़कर जेल में डालेंगे। भ्रष्ट नेता, अधिकारी सबकी अलग जेल होगी। बैठक में सांसद बेनीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा- तत्कालीन सीईओ ने तबादला तिथि के बाद अल्प अवधि में 14 पंचायत समितियों में 612 कार्यों के एवज में 72 करोड़ से ज्यादा वित्तीय स्वीकृतियां जारी कर दी। उन्होंने कलेक्टर को मामले की जांच करवाने की बात कही।
हालांकि सीईओ ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। साथ ही दिशा की लगातार दूसरी बैठक में एनएचआई के अधिकारी नहीं पहुंचने पर सांसद ने नाराजगी जताई और नोटिस जारी किया गया। बीमा कंपनी द्वारा फसलें खराब होने की शिकायतें मिलने के बावजूद सर्वे नहीं करने व समय पर मुआवजा जारी नहीं करने पर प्रतिनिधियों को फटकार लगाई। बैठक में खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल, मकराना विधायक रूपा राम मुरावतिया, नागौर विधायक मोहनराम चौधरी, मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी, जिला प्रमुख भागीरथ चौधरी, कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी, एसपी अभिजीत सिंह, नागौर, खींवसर व भैरुंदा प्रधान, सीईओ, एसबीआई एजीएम, कपास निगम भीलवाड़ा के महाप्रबंधक, ईएसआईसी सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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