क्रेटा खरीदने वालों को करना पड़ रहा है लंबा इंतजार

  • इस पसंदीदा कार की डिलीवरी के लिए चल रहा है 5-6 माह का वेटिंग टाइम
  • लंबी वेटिंग के चलते ग्राहक तलाश रहे हैं अन्य विकल्प, दूसरी कम्पनियों को मिल रहा इसका फायदा

दैनिक जलतेदीप, ऑटो डेस्क। अग्रणी वाहन निर्माता कंपनी हुंड्ई की पॉपुलर मॉडल मिड साइज एसयूवी क्रेटा कार ने अपने डिजायन, तकनीक और फीचर्स के बल पर ग्राहकों के बीच एक खास जगह बना ली है। यही कारण है कि जब लगभग सारे सेगमेंट में ग्रोथ माईनस में है ऐसे समय में भी इस सेगमेंट को ग्राहकों का अच्छा समर्थन मिल रहा है। हुंडई क्रेटा इस सेगमेंट की टॉपर बनी हुई है। लेकिन क्रेटा खरीदने की इच्छा रखने वाले कार प्रेमियों को निराशा हाथ लग रही है।

शहर में क्रेटा कार खरीदने जा रहे ग्राहकों को कार नहीं मिल पा रही हैं। डीलर्स शोरूम पर बेस मॉडल की बुकिंग करवाने पर पांच से छह महीने की वेटिंग मिल रही है। यानि ग्राहकों को कार की बुकिंग करवाने के पांच से छह महीने बाद डिलीवरी दी जाएगी। पांच से छह महीने की वेटिंग की बात सुनकर ग्राहक निराश हैं और वह कार खरीदने के अन्य विकल्प तलाश रहे हैं। इससे दूसरी कार कंपनियों को फायदा मिलन रहा है।

कई कार कम्पनियों ने इस सेगमेंट में अपनी नई कार लांच कर दी है और कई कंपनियां अपनी नई कार लॉन्च करने जा रही है। आगे दीपावली का पूरा त्यौहारी सीजन आ रहा है। ऐसे में यह लम्बी वेटिंग और अगले साल तक अपनी कार का इंतजार ग्राहकों को परेशान कर रहा है।

पसंदीदा मॉडल, लंबा इंतजार

शहर में क्रेटा खरीदने वालों की तादाद काफी बड़ी है। लेकिन, कार उपलब्ध नहीं होने से ग्राहक अब दूसरी कंपनी की कार खरीदने के विकल्प तलाश रहे हैं। क्रेटा कार खरीदने के इच्छुक एक ग्राहक ने बताया कि फैमिली के लिहाज से कार हर तरह से कम्फर्ट है। ऐसे में यह कार खरीदने का सपना है, लेकिन इतना लंबा इंतेजार कर पाना हमारे लिए मुश्किल होगा। क्योंकि, छह माह का इंतेजार करना हमारे लिए कई खुशियां खोने जैसे होगा। हालांकि, हमारे परिवार की पहली प्राथमिकता क्रेटा है, लेकिन इतना लंबा इंतेजार करना संभव नहीं है। इसलिए हम अन्य कंपनी की कार खरीदने के लिए कई विकल्प तलाश रहे हैं।

तीन माह बाद सीजन शुरु, लम्बा वेटिंग पीरियड कंपनी को दे सकता है नुकसान

क्रेटा कार की डिलीवरी में इतनी लंबी वेटिंग का कंपनी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि, ज्यादातर ग्राहक कार खरीदने के लिए दिपावली का इंतेजार करते हैं साथ ही दिपावली से 15 दिन पहले दशहरे पर भी बड़ी संख्या गाडिय़ां खरीदी जाती हैं। कुछ धन तेरस पर भी गाड़ी की डिलीवरी लेना चाहते है। ऐसे में अगर क्रेटा कार की इसी तरह कमी रही तो कंपनी को काफी बड़ नुकसान उठाना पड़ सकता है।

अन्य कंपनियां उठा रही हैं फायदा

क्रेटा कार की डिलीवरी में वेटिंग का फायदा अन्य कंपनियां उठा रही हैं। क्रेटा कार की सेल्स से सभी प्रतिद्वंदी कंपनियां वाकिफ हैं। ऐसे में क्रेटा जैसे विकल्प उपलब्ध करवाने में अन्य कंपनियां देर नहीं कर रही । डिलिवरी भी हाथों हाथ मिल रही है। क्रेटा जैसी मिडसाइज एसयूवी के डिजायन और फीचर्स की तरह ऑटो कंपनियों भी अपने मॉडल बाजार में उतार दिये है और कई कम्पनियां उतारने जा रही हैं। ऐसे में कंपनी को हर तरह से काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

लॉकडाउन की दूसरी लहर से भी एसयूवी सेगमेंट में हुंडई क्रेटा का दबदबा कायम

2021 भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए अब तक एक अप्रत्याशित वर्ष रहा है। लॉकडाउन की दूसरी लहर ने न केवल सभी महत्वपूर्ण लॉन्च प्लान्स में देरी हुई, बल्कि पैसेंजर वीकल की सेल्स को भी प्रभावित किया। हालांकि, एसयूवी सेगमेंट ने पिछले 5 महीनों में 3,65,514 यूनिट्स का वॉल्यूम बटोरने में कामयाबी हासिल की है। यहां 2021 की शीर्ष 10 बिकने वाली एसयूवी की सूची दी गई है।

अप्रैल 2021 तक 14 महीनों में 1,39,204 इकाइयों की बिक्री

हुंडई क्रेटा ने 15.69% की कुल बाजार हिस्सेदारी के साथ शीर्ष स्थान बरकरार रखा, जो पिछले वर्ष (15.17%) की तुलना में थोड़ा अधिक है। जैसा कि आप जानते हैं, कॉम्पैक्ट एसयूवी ने व्यापक डिजाइन परिवर्तन, फीचर अपग्रेड और कुशल पावरट्रेन के साथ अपनी दूसरी पीढ़ी में प्रवेश किया। नए मॉडल ने अप्रैल 2021 तक 14 महीनों में 1,39,204 यूनिट्स की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया। दूसरे स्थान पर Hyundai Venue सबकॉम्पैक्ट SUV ने कब्जा कर लिया, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 13.63% है। पिछले वर्ष की तरह, मारुति सुजुकी विटारा ब्रेज़ा 12.95% की बाजार हिस्सेदारी में तीसरे नंबर पर रही। चौथे और पांचवें स्थान पर किआ सेल्टोस और किआ सोनेट ने क्रमशः 11.24% और 10.86% की बाजार हिस्सेदारी के साथ कब्जा कर लिया।

मॉडल मार्केट शेयर

हुंडई क्रेटा 15.69%
हुंडई वेन्यू 13.63%
मारुति विटारा ब्रेज़ा 12.95%
किआ सेल्टोस 11.24%
किआ सोनेट 10.86%
टाटा नेक्सन 10.45%
बोलेरो 8.48%
एस-प्रेसो 8.33%
स्कार्पियो 4.19%
ईकोस्पोर्ट 4.17%

अंतर्राष्ट्रीय कार पार्ट्स की कमी के चलते प्रोड्क्शन हुआ प्रभावित

इस बारे में जब कंपनी से सम्पर्क किया गया तो कंपनी ने बताया कि कोविड-19 पेंडेमिक के चलते पार्ट्स मैन्यूफैक्चरिंग का काम काफी प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन के कारण निर्माण कार्य पूरी तरह ठप्प रहा। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार पार्ट्स की कमी के चलते सभी ऑटो कंपनियां का प्रोड्क्शन प्रभावित हुआ है और डिलीवरी की समस्या भी सभी प्रमुख कंपनियों के सामने आ रही है। जैसे जैसे इसकी उपलब्धता बढ़ेगी समस्या का समाधान अपेक्षित है।