लड़ाई समाप्त होने तक नहीं होगी कोई बातचीत, सूडान अर्धसैनिक नेता

सूडान
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खार्तूम। सूडान में सेना और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच ये जंग 15 अप्रैल से शुरू हुई थी। वहीं, अब सूडान के अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के नेता जनरल मोहम्मद हमदान दगालो ने कहा है कि लड़ाई समाप्त होने तक कोई बातचीत नहीं होगी। हेमेदती के नाम से मशहूर दगालो ने शुक्रवार रात बीबीसी से बात करते हुए आरोप लगाया कि क्रस्स्न के लड़ाकों पर लगातार बम बरसाए जा रहे हैं। वहीं, ये दो पक्षों में बीच में चल रहा ये युद्ध तीन दिन के युद्धविराम के बाद गुरुवार आधी रात को एक बार फिर से तेज हो गया था। शुरुआती 72 घंटे के संघर्षविराम की मध्यस्थता सोमवार को अमेरिका ने की थी और संघर्षविराम का विस्तार पड़ोसी देशों, साथ ही वाशिंगटन, ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र के गहन कूटनीतिक प्रयासों के बाद हुआ था।

ऐसा लगा जैसे हम मृत्युशय्या पर थे सूडान से लौटे भारतीयों ने अपनी आपबीती

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हरियाणा के फरीदाबाद के निवासी सुखविंदर ने सूडान में अपने अनुभव को याद करते हुए कहा कि वह ‘‘अब भी बहुत डरे हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम एक इलाके तक सिमटकर रह गए थे. हम एक कमरे तक ही सीमित थे. यह ऐसा था, मानो हम मृत्युशय्या पर हों. भारत ने हिंसाग्रस्त सूडान से अपने निकासी अभियान के तहत कम से कम 670 नागरिकों को बाहर निकाला है. उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले एक फैक्टरी के कर्मचारी छोटू ने यहां पहुंचते ही चिल्लाते हुए कहा, ‘‘मरकर वापस आ गया. छोटू ने कहा कि अब कभी सूडान वापस नहीं जाऊंगा. मैं अपने देश में कुछ भी कर लूंगा, लेकिन वापस नहीं जाऊंगा.

विदेशमंत्री एस जयशंकर ने कहा- भारत अपनों का स्वागत करता है

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान से वापस लौटे भारतीयों की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर भी साझा कीं. उन्होंने लिखा, ‘‘भारत अपनों का स्वागत करता है. ऑपरेशन कावेरी के तहत पहली उड़ान नयी दिल्ली पहुंची और 360 भारतीय नागरिक अपनी सरजमीं पर उतरे.

हम एक शव की तरह थे : पंजाब के निवासी

पंजाब के होशियारपुर के निवासी तसमेर सिंह (60) ने सूडान में चल रहे संघर्ष के दौरान अपने अनुभव को भयावह बताया. उन्होंने कहा, ‘‘हम एक शव की तरह थे, एक छोटे-से घर में बिना बिजली, बिना पानी के रह रहे थे. हमने कभी नहीं सोचा था कि जीवन में इस तरह की स्थिति का सामना करेंगे, लेकिन भगवान का शुक्र है कि हम जीवित हैं. सूडान में पिछले 12 दिन से देश की सेना और एक अर्धसैनिक बल (रैपिड सपोर्ट फोर्सज) के बीच घातक संघर्ष जारी है, जिसमें कथित तौर पर 400 से अधिक लोग मारे गए हैं.

ऑपरेशन कावेरी के तहत वापसी

सूडान की सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच गहन बातचीत के बाद 72 घंटे के युद्धविराम पर सहमति बनने के मद्देनजर भारत ने सूडान से भारतीयों को निकालने के अपने प्रयास तेज किए. ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत शरणार्थियों को सऊदी अरब के जेद्दा शहर ले जा रहा है, जहां से उन्हें देश वापस लाया जा रहा है. इस बीच, विमानन कंपनी ‘इंडिगो ने कहा कि उसने ऑपरेशन कावेरी के तहत जेद्दा के लिए चार्टर उड़ान सेवाओं की पेशकश की है।

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