
हैदराबाद यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक, भारत के 80त्न से ज्यादा आईटी सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारी फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं। इस स्टडी में पता चला कि लंबे समय तक बैठकर काम करना, स्ट्रेस, अनहेल्दी खानपान और फिजिकल एक्टिविटीज की कमी के कारण आईटी कर्मचारियों में मेटाबॉलिक डिसफंक्शन एसोशिएटेड फैटी लिवर डिजीज की समस्या तेजी से बढ़ रही है। फैटी लिवर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो लिवर में एक्स्ट्रा फैट जमा होने के कारण होती है। यदि समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। आइए जानें फैटी लिवर के लक्षण और बचाव के तरीके। फैटी लिवर के ये हैं लक्षण, ज्यादा देर बैठकर काम करने से बढ़ती है ये समस्या
फैटी लिवर के लक्षण

फैटी लिवर के शुरुआती स्टेज में अक्सर कोई खास लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन जैसे-जैसे समस्या बढ़ती है, ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं-
थकान और कमजोरी- लिवर के ठीक से काम न करने के कारण शरीर में एनर्जी की कमी महसूस होती है।
पेट में दर्द- लिवर के आसपास दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है।
वजन घटना- बिना किसी कोशिश के वजन कम होने लगता है।
पीलिया- त्वचा और आंखों का पीला पडऩा लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है।
भूख कम लगना- खाने की इच्छा कम हो जाती है और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
फैटी लिवर के कारण
लंबे समय तक बैठकर काम करना- आईटी कर्मचारी अक्सर घंटों कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करते हैं, जिससे फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है।
अनहेल्दी खानपान- फास्ट फूड, जंक फूड और ऑयली खाना ज्यादा खाने से लिवर पर बुरा असर डालता है।
तनाव- काम का दबाव और तनाव शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी- एक्सरसाइज न करने से शरीर में फैट जमा होने लगती है।
मोटापा और डायबिटीज- ये दोनों फैटी लिवर के अहम कारण हैं।
फैटी लिवर से बचाव के उपाय
हेल्दी डाइट- ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन से भरपूर फूड्स खाएं। ऑयली और मसालेदार खाने से परहेज करें।
नियमित एक्सरसाइज- रोजाना कम से कम 30 मिनट तक एक्सरसाइज या योग करें। साथ ही, लंबे समय तक बैठकर काम करने से बचें और बीच-बीच में छोटे ब्रेक लें।
वजन कंट्रोल- मोटापा फैटी लिवर का अहम कारण है, इसलिए हेल्दी वजन बनाए रखें।
स्ट्रेस मैनेजमेंट- मेडिटेशन, योग और पूरी नींद लेकर तनाव को कम करें।
शराब और स्मोकिंग से परहेज- शराब और स्मोकिंग लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए इनसे दूर रहें।
नियमित टेस्ट- समय-समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट करवाएं और डॉक्टर से सलाह लें।
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