
इन दिनों इंटरनेट के बढ़ते चलन की वजह से लोग हर छोटी-बड़ी जानकारी के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। किसी का इतिहास जानना हो या किसी बीमारी का इलाज लोग सभी सवालों के जबाव के लिए इंटरनेट के पास ही जाते हैं। इंटरनेट और इससे मिले ज्ञान की वजह से ही आजकल ज्यादातर लोग किसी भी तरह की बीमारी होने पर डॉक्टर के पास जाने की जगह खुद ही डॉक्टर बन जाते हैं और इसी चलते वह डॉक्टर की सलाह लिए बिना ही दवा ले लेते हैं। दवा नुकसान

हालांकि, इस दौरान लोग भूल जाते हैं कि इस तरह बिना डॉक्टर के परामर्श के दवा खाने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। बीमार होने पर बिना डॉक्टर के परामर्श लिए खुद से दवा लेने को ही सेल्फ मेडिकेशन कहते हैं। ऐसी दवाइयों को ह्रञ्जष्ट यानी ओवर द काउंटर मेडिकेशन भी कहते हैं। खास तौर से दवा अगर कोई एंटीबायोटिक हो तो ये और भी खतरे की बात है। सेल्फ मेडिकेशन शॉर्ट टर्म के लिए तो राहत दे सकता है, लेकिन समय के साथ ये शरीर में कई प्रकार से नुकसान पहुंचाता है। आइए जानते हैं खुद से एंटीबायोटिक का इस्तेमाल कैसे खतरनाक हो सकता है
एंटीबायोटिक खाने के साइड इफेक्ट्स

ये अन्य बीमारियों को छिपा सकता है, जिससे किसी अन्य अंदरूनी रोग अपने लक्षण नजर नहीं आते हैं और ठीक तरीके से बीमारी का पता और इलाज न होने के कारण ये अंदर ही अंदर बीमारी को बढ़ा भी सकता है।
इससे दवाइयों के प्रति एडिक्शन हो सकता है और मानसिक रूप से व्यक्ति को लगता है कि इसे खाए बिना वो ठीक ही नहीं हो सकता। यह एक प्रकार के ड्रग एब्यूज की कैटेगरी में आता है।
एंटीबायोटिक और अन्य किसी भी दवाई के अपने साइड इफेक्ट होते हैं, जिसकी जानकारी एक एक्सपर्ट को ही होती है। बिना डॉक्टर से पूछे ऐसे दवा खाने से साइड इफेक्ट्स किसी भी रूप में नजर आ सकते हैं और इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है।
पहले से अगर हम कोई रेगुलर दवा का सेवन पहले से करते हैं और ऐसे में एंटीबायोटिक का सेल्फ मेडिकेशन कर लेते हैं, तो हमें ड्रग इंटरेक्शन की जानकारी नहीं होती है, जिसके बाद में दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। एक दवा दूसरे दवा के साथ किस तरह से रिएक्ट करता है और बदले में शरीर पर क्या रिएक्शन देता है, इसे ड्रग इंटरेक्शन कहते हैं। इससे बचने के लिए बिना डॉक्टर के निर्देश दिए किसी भी दवा का सेवन न करें।
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