
भीषण गर्मी में एक्सपर्ट तरल पदार्थ खूब पीने की सलाह देते हैं, ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो. इसके लिए लोग पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, फलों का जूस, गन्ने का रस, आम पन्ना, लस्सी और छाछ का सबसे अधिक सेवन करते हैं। हालांकि, कुछ चीजों का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए. बात करें, छाछ की तो यह एक हेल्दी ड्रिंक है, लेकिन इसका सेवन कुछ शारीरिक समस्याओं में कम ही करना चाहिए। छाछ दही से तैयार की जाती है, जो कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है, जैसे ऐसिडिटी की समस्या से निजात दिलाती है। पेट की सेहत को दुरुस्त रखती है. छाछ पीने से भोजन जल्दी पचता है। पेट को ठंडा रखती है। इतने फायदे होने के बाद भी कुछ शारीरिक समस्याओं में छाछ पीने से बचना चाहिए।
छाछ के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?

बारिश में दही या छाछ खाने से गले में समस्या और सर्दी-जुकाम का खतरा बढ़ जाता है। गर्मियों में आप इन चीजों का सेवन कितना भी कर लें, लेकिन बारिश में दही, छाछ और लस्सी जैसी चीजों से दूरी बनाकर रखना चाहिए। छाछ आपकी सर्दी को बढ़ा सकता है। बुखार, सर्दी और एलर्जी के दौरान रात में छाछ पीने की सलाह नहीं दी जाती है। मक्खन निकालने के लिए मथने की प्रक्रिया में काफी समय लगता है, इससे बैक्टीरिया के बढऩे का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। ऐसे में मानसून सीजन में छाछ का सेवन हानिकारक हो सकता है। ये बैक्टीरिया बच्चों में सर्दी और गले में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
किन लोगों को नहीं करना चाहिए छाछ का सेवन?

छाछ में सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। ऐसे में जो लोग किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए छाछ को अच्छा नहीं माना गया है। अगर आप किडनी की बीमारी से पीडि़त हैं तो इसे पीने से बचें।
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