
बैंगन के अंदर जब ढेर सारे बीज निकलते हैं, तो स्वाद और मजा दोनों ही खराब हो जाते हैं। खासकर जब आप भरता बना रहे हों और उसमें कड़वाहट घुल जाए, तो सारा स्वाद बिगड़ जाता है। अब सवाल ये है कि बिना बैंगन काटे कैसे पता लगाया जाए कि उसमें बीज ज्यादा हैं या नहीं? चिंता की बात नहीं! यहां हम आपको 5 आसान तरीके बताने जा रहे हैं, जिनसे आप सब्जी काटने से पहले ही पहचान सकते हैं कि बैंगन बीज वाला है या नहीं। ये तरीका आपको बिना काटे बताएगा बैंगन बीज वाला या नहीं
बैंगन का वजन बताता है अंदर की कहानी

जब आप बैंगन को हाथ में उठाते हैं, तो उसका वजन महसूस करें। अगर बैंगन हल्का है तो उसमें बीज होने की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि बीज सूखे होते हैं और हल्के बैंगन में ही ज्यादा आते हैं। दूसरी ओर, भारी बैंगन अक्सर गूदा से भरे होते हैं और बीज कम होते हैं।
छिलके की चमक और रंग पर ध्यान दें
बैंगन का छिलका अगर चिकना, चमकदार और गहरा बैंगनी है, तो यह एक ताजा और कम बीज वाला बैंगन हो सकता है। अगर छिलका मटमैला, झुर्रीदार या रंग उड़ा-उड़ा सा लगे, तो समझ लीजिए कि यह बैंगन पुराना है और बीज ज्यादा हो सकते हैं।
डंठल का रंग और स्थिति भी बहुत कुछ कहता है
बैंगन के ऊपर हरे रंग की डंठल (टोपी) होती है। अगर डंठल हरी, कसी हुई और ताजगी से भरी हो, तो बैंगन नया और अच्छा है। लेकिन अगर डंठल सूखी, काली या मुरझाई हुई है, तो बैंगन पुराना है और बीजदार हो सकता है।
हल्के दबाव से जांचें बैंगन की सख्ती
बैंगन को हल्के से दबा कर देखें। अगर वह थोड़ा नरम लगे और वापस अपने आकार में आ जाए, तो वह ताज़ा है। लेकिन अगर बहुत सख्त है या दबाने पर निशान रह जाता है, तो यह संकेत हो सकता है कि बैंगन अंदर से रेशा-भरा और बीजदार है।
छोटा आकार, कम बीज
छोटे और मध्यम आकार के बैंगन में बीज कम निकलते हैं। बड़े आकार के बैंगन देखने में तो लुभावने लग सकते हैं, लेकिन अक्सर उनमें बीज ज्यादा निकलते हैं। इसलिए अगर आप बिना बीज वाला बैंगन चाहते हैं, तो छोटे आकार के चुनें।
बोनस टिप
गर्मी के मौसम में बैंगन जल्दी पक जाते हैं और बीजदार होने की संभावना बढ़ जाती है। ठंडे या बरसात के मौसम में ताज़े बैंगन मिलते हैं, जिनमें बीज कम होते हैं। इसलिए खरीदारी का सही समय भी मायने रखता है। अब जब आपके पास हैं ये 5 आसान तरीके, तो अगली बार मंडी या सुपरमार्केट में बैंगन खरीदते समय आप भी स्मार्ट शॉपर बन सकते हैं।
यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री ने किया शिव महापुराण कथा का श्रवण