बेजुबान भूखे पशु-पक्षियों का पेट भर रही है यह संस्था, हर चौराहे पर जुटी है टीम

बेजुबान पशुओं का पेट भरती रक्षा संस्था,voiceless animal
बेजुबान पशुओं का पेट भरती रक्षा संस्था,voiceless animal

जयपुर। कोरोना वायरस महामारी संकट के चलते लॉकडाउन के बीच बेजुबान जानवरों का हाल भी बेहाल है। बेजुबान जानवर चाहे वह पशु हों या पक्षी सभी को भोजन के लिए तरसना पड़ रहा है।

भूख से बेहाल सडक़ पर घूमते पशुओं के लिए एक संस्था सहारा बनकर उनका पेट भरने का काम कर रही है। रक्षा (बेजुबानों की आवाज) नामक संस्था शहर के अलग चौराहों और मार्गों पर भूख से बेहाल पशुओं का पेट भरने का काम कर रही है।

पशु हों या पक्षी भोजन के लिए तरसना पड़ रहा है

रक्षा संस्था के रोहित गंगवाल ने बताया पृथ्वी पर रहने वाले हर जीवित प्राणी को पेट भरने का अधिकारी चाहे वह इंसान हो या जानवर, लेकिन यह बेजुबान जानवर भूख से बेहाल तड़पते हुए इधर उधर भटक रहे हैं।

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रक्षा संस्था की टीम कुत्ते, गाय और बंदर जैसे सभी पशुओं के लिए के लिए दूध रोटी,चारा और पक्षियों के लिए दाने की व्यवस्था कर सडक़, चौराहों पर जाकर उन्हें खिला रही है।

भूखे पशु-पक्षियों का पेट भर रही है रक्षा संस्था

पशु-पक्षियों का पेट भर रही है यह संस्था

संस्था के राहित गंगवाल ने बताया हमारी संस्था वर्षों से बेजुबान पशु और पक्षियों के इलाज से लेकर पेट भरना और उनकी सुरक्षा और संरक्षण को लेकर हर तरह का काम करती है। हमारी संस्था बेजुबान की आवाज बनकर उनकी हर जिम्मेदारी उठाती है।