
मानसून गर्मी से राहत देता है, प्रकृति की सुंदरता को बढ़ाता है और गर्म, स्वादिष्ट फैटी भोजन खाने की भूख जगाता है। यह जलवायु के तापमान को भी बढ़ाता है और इम्युनू सिस्टम को प्रभावित करता है। मानसून की शुरुआत का मतलब विभिन्न प्रकार की बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड और कई अन्य बीमारियों का बढऩा भी है। हालाँकि, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इस पर नजऱ रखकर कोई भी खुद को बीमार होने से बचा सकता है। आहार विशेषज्ञ ने इस मानसून में आपको स्वस्थ रहने में मदद करने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इस बारे में अपने विचार साझा किए हैं।
बारिश में क्यों पीना चाहिए सूप?
शरीर को गर्माहट देता है
बारिश के मौसम में सूप पीना काफी आरामदायक होता है क्योंकि यह शरीर को अंदर से गर्माहट देता है। एक बाउल सूप को डाइट में शामिल करने से शरीर में एक हेल्दी तापमान बना रहता है। आपने अक्सर देखा होगा कि पहाड़ी इलाकों में गर्म सूप को मुख्य भोजन के रूप में शामिल किया जाता है।
वजन घटाने में मददगार

सूप पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और इनमें कैलोरी काफी कम होती है। इसके अलावा सूप वजन घटाने में मदद करते हैं। सूप में सब्जियों या चिकन को काफी अच्छी तरह से पकाया जाता है, जिनसे शरीर को महत्वपूर्ण पोषक तत्व मिलते हैं। इसके अलावा सूप पीने से पेट भरा हुआ महसूस होता है और यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखते हैं, जिससे बार-बार खाने की क्रेविंग नहीं होती।
विटामिन और खनिज से भरपूर

एक कटोरी सूप खनिज और विटामिन का पावरहाउस होता है। खाना पकाते समय सब्जियां अपने कुछ पोषक तत्व खो सकती हैं। जबकि सूप बनाते हुए सभी सब्जियों के पोषक तत्व इनमें मिल जाते हैं। अगली बार जब आप सूप बनाएं, तो उसमें ढेरों सब्जियां शामिल करें इससे वे और भी हेल्दी बनेंगे।
सर्दी-जुकाम से लडऩे में मदद करे
बारिश के मौसम सर्दी और फ्लू का खतरा काफी बढ़ जाता है, जिससे लोग बार-बार बीमार पड़ते हैं। ऐसे में गर्मा गरम सूप आपको इससे लडऩे में मदद कर सकता है।
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