
हर कोई चाहता है कि उसके दांत चमकते रहें और मसूड़े स्वस्थ रहें। इससे न सिर्फ तस्वीर अच्छी आती है, बल्कि ये आपके संपूर्ण स्वास्थ का एक आईना भी होता है। स्वस्थ दांत और मसूड़े हमें ठीक से खाने, बोलने और आत्मविश्वास के साथ मुस्कुराने में मदद करते हैं। पर, कई बार हम ब्रश करते समय कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनका हमें एहसास भी नहीं होता और ये हमारे दांतों व मसूड़ों को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती रहती हैं। अक्सर कुछ लोग मौखिक स्वच्छता को उतनी गंभीरता से नहीं लेते हैं। ऐसे में गलत तरीके से ब्रश करना, सही टूथब्रश का इस्तेमाल न करना या अनियमित रूप से ब्रश करना, ये सभी आदतें कैविटी (दांतों में सडऩ), मसूड़ों की बीमारी और दांतों की सेंसिटिविटी जैसी समस्याओं का कारण बन सकती हैं। इन गलतियों की वजह से दांतों की परेशानियां बढ़ सकती हैं और बाद में दांत का इलाज महंगा और मुश्किल हो सकता है। आइए इस लेख में हम उन गलतियों के बारे में जानते हैं, जिसे आमतौर पर इंसान ब्रश करते समय करता है।
आम गलतियां
ब्रश करते समय कई लोग अनजाने में कुछ गलतियाँ करते हैं, जिसके बारे में आपको भी जानना चाहिए-
जोर से ब्रश करना

बहुत तेजी से ब्रश करने से दांतों की ऊपरी परत (इनेमल) घिस सकती है और मसूड़े कमज़ोर हो सकते हैं।
कठोर ब्रश का इस्तेमाल
सख्त ब्रिसल्स वाला ब्रश मसूड़ों को चोट पहुंचा सकता है।
जल्दबाजी में ब्रश करना
अगर आप जल्दी-जल्दी ब्रश करते हैं, तो दांतों की सफाई ठीक से नहीं हो पाती।
अनियमित ब्रश करना
दिन में दो बार ब्रश न करना, या रात को बिना ब्रश किए सो जाना, दांतों के लिए नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि इससे रात में बैक्टीरिया ज्यादा बढ़ते हैं।
पुराना ब्रश इस्तेमाल करना
अपने ब्रश को 3-4 महीने से ज्यादा इस्तेमाल न करें, क्योंकि पुराने ब्रश पर बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं।
दांतों को होने वाला नुकसान
इन गलतियों से दांतों और मसूड़ों को गंभीर नुकसान हो सकता है। जोर से ब्रश करने से इनेमल घिसने के कारण दांत सेंसिटिव हो जाते हैं, जिससे गर्म या ठंडा खाने पर दर्द होता है। इतना ही नहीं, मसूड़ों में सूजन या जिंजिवाइटिस हो सकता है, जो आगे चलकर पेरियोडॉन्टाइटिस का रूप ले सकता है। अपर्याप्त ब्रशिंग से प्लाक और टार्टर जमा होता है, जो कैविटी और दांतों के सडऩे का कारण बनता है। पुराने ब्रश का उपयोग बैक्टीरिया को मुंह में फैलाता है, जिससे मुंह की दुर्गंध और अन्य संक्रमण हो सकते हैं।
सही ब्रशिंग तकनीक और सावधानियां
दांतों को स्वस्थ रखने के लिए सही ब्रशिंग तकनीक अपनाएं। मुलायम ब्रिसल्स वाला टूथब्रश चुनें और दिन में दो बार, कम से कम 2 मिनट तक ब्रश करें। ब्रश को 45 डिग्री के कोण पर रखकर हल्के, गोलाकार गति में दांत साफ करें। जीभ और मसूड़ों की भी सफाई करें। हर 3-4 महीने में ब्रश बदलें। फ्लॉसिंग और माउथवॉश का उपयोग प्लाक को हटाने में मदद करता है। मीठे खाद्य पदार्थों और कार्बोनेटेड पेय से बचें, क्योंकि ये दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं।
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