
योग करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। कमर दर्द एक ऐसी समस्या है जो बहुत तेजी से अपने पैर पसार रही है, जिससे बहुत से लोग परेशान रहते हैं। वैसे तो कमर दर्द सभी को होता है लेकिन महिलाएं इस रोग से ज्यादा ही परेशान रहती हैं। ऐसे में योग के माध्यम से कमर दर्द से निजात पाई जा सकती है। जो लोग नियमित रूप से योग करते हैं वो कई प्रकार की बीमारियों से कोसो दूर रहते हैं। कुछ ऐसे योग आसन हैं जो खास तौर से कम दर्द के लिए लाभकारी हैं।
कैट-काउ पोज

यह पोज आपकी रीढ़ के लचीलेपन को बढ़ाने में मदद करती है। साथ ही यह पीठ की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने का एक शानदार तरीका है। इस पोज को करने के लिए सबसे पहले अपने घुटनों को फर्श पर टिकाएं। इसके बाद हाथों को ऊपर उठाएं और फिर धीरे-धीरे इसे जमीन पर टच कराएं। इसके बाद पीठ को झुकाएं और अपने सिर और टेलबोन को उठाते हुए सांस लें।
डाउनवर्ड-फेसिंग डॉग पोज
यह पोज आपकी पीठ की मांसपेशियों को स्ट्रेच और आपके लचीलेपन में सुधार करने का एक शानदार तरीका है। इस पोज को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने हाथों को ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हुए हाथों से जमीन छूने की कोशिश करें। इस पोज को करते समय उल्टा वी आकार बनाना चाहिए।
चाइल्ड पोज

यह मुद्रा आपकी पीठ की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने के साथ ही आपको तनाव से ही दूर रखने में मदद करेगा। इसे करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं। अब सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं और आगे घुटने को मोड़े हुए आगे की तरफ झुकें। इसके बाद हाथो को सीधा फैलाए रखें। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहे और फिर वापस वज्रासन में आ जाएं।
ब्रिज पोज
यह पोज आपकी पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने और आपके पोस्चर को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है। इसके लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई से थोड़ा अलग करते हुए घुटनों को मोड़ें। अब हथेलियों को खोलते हुए हाथ को बिल्कुल सीधा जमीन पर सटा दें। इसके बाद सांस लेते हुए कमर के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं। ध्यान रखें कि इस दौरान कंधे और सिर को सपाट जमीन पर ही रखें। अब दोबारा सांस छोड़ते हुए पहले की स्थिति में आ जाएं।
नी टू चेस्ट पोज
यह पोज आपकी पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने और दर्द से राहत दिलाने में बेहद कारगर है। इस पोज को करने के लिए अपने घुटनों के बल झुककर अपनी पीठ के बल लेटना शुरू करें। अब एक घुटने को अपनी छाती के पास लाएं और दोनों हाथों से पकड़ें। धीरे-धीरे अपने घुटने को एक तरफ से दूसरी तरफ घुमाएं। दूसरी तरफ भी इसी तरह इसे दोहराएं।