
अमृतसर। पंजाब के अमृतसर और तरनतारन में शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा 21 तक पहुंच गया। पंजाब की विभिन्न जगहों पर जहरीली शराब पीने से लोगों के मारे जाने की सूचना है। वहीं इस तरह लोगों के मारे जाने के बाद से पुलिस विभाग व प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी इस बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी है। उन्होंने मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
तरनतारन में अब तक 10 की मौत
अकेले तरनतारन जिले में शुक्रवार को सात लोगों की मौत की खबर आई। इससे पहले गत शनिवार को भी तीन लोगों की मौत हुई थी और एक शख्स की आंखों की रोशनी चली गई थी। जिले के गांव रटौल में शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई थी और एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई।
पीडि़़त परिवारों ने भी पुलिस को सूचित किए बिना ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया था। अब उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मृतकों की पहचान 48 वर्षीय रौनक सिंह, 50 वर्षीय मजदूर जोगिंदर सिंह और 27 वर्षीय युवक सुरजीत सिंह के रूप में हुई थी।
पीडि़़तों ने पुलिस को नहीं दी सूचना – डीएसपी
तरनतारन के डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल ने कहा कि गांव रटौल के किसी भी व्यक्ति ने इस घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी। अब शिकायत मिली है। कार्रवाई जरूर की जाएगी। एक माह में अवैध शराब का कारोबार करने वाले सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
एसडीएम करेंगे मामले की जांच – डीसी
डीसी कुलवंत सिंह धूरी ने कहा कि मामला उनके ध्यान में आ गया है। जांच के लिए एसडीएम रजनीश अरोड़ा की ड्यूटी लगाई जा रही है। उन्हें आदेश दिया है कि ग्रामीणों के बयान दर्ज करके रिपोर्ट दें।
अमृतसर में वीरवार को हुई थी पांच लोगों की मौत
अमृतसर के गांव मुछल में वीरवार की सुबह शराब पीने के बाद पांच लोगों की मौत हो गई थी। ग्रामीणों के अनुसार, मौत जहरीली शराब पीने से हुई। मृतकों की पहचान बलविंदर सिंह, मंगल सिंह, बलदेव सिंह टांगरा, कुलदीप सिंह उर्फ गुरप्रीत सिंह और दलबीर सिंह के रूप में हुई है।
स्थानीय पुलिस ने आनन-फानन में मारे गए दो लोगों का अंतिम संस्कार भी करवा दिया था। हालांकि मीडिया में मामला आने के बाद पुलिस ने तीन शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध शराब बेची जा रही है और पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती।