एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में आने से बचने के लिए पाकिस्तान ने कोशिशें तेज की

इमरान बोले- जैसे कोरोना पर काबू पाया, वैसे ग्रे लिस्ट से भी बाहर आएंगे

इस्लामाबाद। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ब्लैक लिस्ट में आने से बचने के लिए पाकिस्तान ने कोशिशें तेज कर दी हैं। एफएटीएफ की अगली बैठक अक्टूबर में यानी अगले महीने होनी है। इसके पहले पाकिस्तान की संसद का संयुक्त सत्र बुलाया गया। इसमें तीन बिल पास किए गए। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा- जैसे हमने कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में कामयाबी हासिल की, वैसे ही एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर आने में भी कामयाब होंगे। इमरान ने दावा किया कि पाकिस्तान ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत और यूरोप को भी पीछे छोड़ दिया।

सहयोगियों का शुक्रिया

संसद में तीनों बिलों को पास करने के लिए इमरान ने सहयोगी पार्टियों का शुक्रिया अदा किया। कहा- पाकिस्तान के इतिहास में यह दिन हमेशा याद किया जाएगा। हमने साबित कर दिया कि जब मुल्क की बात आती है तो हम एक मंच पर साथ खड़े होते है। क्योंकि, सभी के लिए देश सबसे पहले है।

विपक्ष ने साथ नहीं दिया

बिल पेश करते वक्त इमरान ने कहा- मुझे उम्मीद है कि एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए विपक्ष सरकार का साथ देगा। लेकिन, उसने ये साबित कर दिया कि वो सिर्फ अपने बारे में सोच रहा है। वो नहीं चाहता कि मुल्क आगे बढ़े। हमने मुल्क को बचाने के लिए जो तीन बिल पेश किए। उनका विरोध किया जा रहा है। सरकार को ब्लैकमेल करने की साजिश रची जा रही है, लेकिन यह कामयाब होने वाली नहीं है। उसने 34 संशोधन पेश किए है। इनको मानना मुमकिन नहीं है।

क्या है इन तीन बिल में

एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर करने के लिए कई कड़ी शर्तें रखी हैं। जो तीन बिल पास किए गए वे इस तरह हैं। इस्लामाबाद कैपिटल टेरेटिरी वक्फ प्रॉपर्टीज बिल, एंटी मनी लॉन्ड्रिंग बिल 2020 और एंटी टेरेरिज्म बिल 2020। पहले बिल का मकसद यह है कि वक्फ बोर्ड्स की प्रॉपर्टीज पर नजर रखी जाए। इनका गलत इस्तेमाल रोका जाए।