
हर सप्ताह ढाई से चार घंटे एक्सरसाइज- जैसे साइकलिंग या जॉगिंग करने से फैटी लिवर 30 प्रतिशत तक कम हो सकता है। एशियन पैसिफिक एसोसिएशन फार द स्टडी आफ द लिवर (एपीएएसएल) की स्टडी में यह बात सामने आई है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण फैटी लिवर बीमारी तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी लिवर में फैट जमा होने से होती है। दुनिया की लगभग एक चौथाई से ज्यादा आबादी को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले रखा है। फैटी लिवर से लिवर में सूजन, लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर हो सकता है। फैटी लिवर कम करने लिए ढाई सप्ताह में चार घंटे एक्सरसाइज
फैटी लिवर कैसे ठीक करें?

हालांकि, अगर बैलेंस्ड डाइट और एक्सरसाइज लेने से मेटाबोलिक- एसोसिएटेड फैटी लिवर डिजीज (एमएएफएलडी) से छुटकारा मिल सकता है। फैटी लिवर के बढ़ते खतरे के बीच हेपेटोलाजी इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश एपीएएसएल के गाइड लाइन्स में कहा गया है कि ज्यादा वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त एमएएफएलडी के मरीजों को पांच से 10 प्रतिशत तक वजन कम करना चाहिए।
वजन पर नजर रखें
अपने वजन पर लगातार नजर रखें। कम से कम सप्ताह में एक बार जरूर अपना वजन जांचें। कम कैलोरी वाली डाइट लेनी चाहिए। पांच प्रतिशत से ज्यादा वजन घटाने से लीवर में एक्स्ट्रा फैट को कम करने में मदद मिलती है और 10 प्रतिशत से ज्यादा वजन घटाने से लीवर फाइब्रोसिस में सुधार होता है।
खान-पान में सुधार भी है जरूरी
गाइड लाइन्स में कहा गया है कि साबुत अनाज, ड्राई फ्रूट्स और सीड्स, फल और सब्जियां और ऑलिव ऑयल वाली डाइट से एमएएफएलडी के मरीजों में टाइप-2 डायबिटीज, दिल की बीमारियों, फैटी लिवर और फाइब्रोसिस का रिस्क कम होता है।
एक्सरसाइज करना न भूलें
रोजाना तीन कप काफी पीना फायदेमंद माना जाता है। एरोबिक एक्सरसाइज – जो हार्ट रेट को बढ़ाता है और मांसपेशियों और अंगों तक आक्सीजन फ्लो में सुधार करता है- एमएएफएलडी वाले लोगों को पेट की चर्बी और बैड कोलेस्ट्राल को कम करने के साथ-साथ कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस में सुधार करने में मदद करता है। हर सप्ताह कम से कम 135 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज करना फायदेमंद हो सकता है।
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