कैंसर का खतरा कम करने के लिए जरूरी है सही खान पान, ऐसी होनी चाहिए डाइट

खान पान
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कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसकी चपेट में हर साल लाखों लोग आते हैं। दरअसल, यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है और वक्त पर इलाज न मिले, तो यह फैल भी सकता है। भारत के अस्पतालों में देखें तो कैंसर के मरीजों की भरमार दिखती है। यह एक जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी का समय पर इलाज करवाना बेहद जरूरी होता है। हालांकि सही पोषण यानी कि पौष्टिक और संतुलित आहार से इसके खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। हेल्दी डाइट न सिर्फ हमारा किसी भी बीमारी से बचाव करता है बल्कि इलाज के दौरान और बाद में भी हमारे शरीर को मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। आइए जानते हैं पोषण से भरपूर डाइट कैंसर में हमारी कैसे रक्षा करता है।

कैंसर से बचाव में क्या है पोषण की भूमिका

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हेल्दी डाइट लेने से शरीर में सूजन कम होती है। इससे हमारी इम्युनिटी मजबूत होती है। इससे कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, साबुत अनाज और दालें शरीर को जरूरी एंटीऑक्सीडेंट देती हैं, जो शरीर में हानिकारक तत्वों से लडऩे में मदद करते हैं। अगर आप भी कैंसर के खतरे को कम करना चाहते हैं तो आपको अपनी डाइट में पोषण से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए। वहीं दूसरी ओर ज्यादा तला-भुना, प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट और मीठा ज्यादा खाने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

इलाज के दौरान पोषण की भूमिका

कैंसर की बीमारी में जब मरीज कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी या अन्य इलाज से गुजर रहा होता है, तब उसका शरीर कमजोर हो जाता है। इस दौरान आपको हेल्दी डाइट लेना जरूरी हो जाता है। ये शरीर में ताकत को बनाए रखने में मदद करते हैं। अगर आपका ट्रीटमेंट चल रहा है तो आपको प्रोटीन और कैलोरी से भरपूर चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। वैसे तो आपको सेहतमंद रहने के लिए हर समय हेल्दी डाइट लेनी चाहिए लेकिन कैंसर का इलाज पूरा होने के बाद भी खानपान पर विशेष ध्यान रखना होता है। पोषण से भरपूर आहार लेने से न केवल दोबारा कैंसर होने के खतरे को कम किया जा सकता है बल्कि ये मरीज की सेहत और ऊर्जा बनाए रखता है।

खानपान में सावधानी जरूरी

इलाज के दौरान शरीर की इम्युनिटी काफी कम हो जाती है। ऐसे में आपको खाना बनाते समय या खाते समय हाइजीन मेंटेन रखना चाहिए। इस दौरान आपको पानी भी भरपूर मात्रा में पीना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी सप्लीमेंट या जड़ी-बूटी लेने से बचें। इसका आप पर नकारात्?मक असर भी पड़ सकता है।

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