संभावित तीसरी लहर से बच्चो को बचाना है तोे वैक्सीनेशन अवश्य करवाना है : डाॅ. त्रिपाठी

जिले मे 7 लाख 42 हजार 794 लोगो को लगी वैक्सीन

बून्दी। अमेरिका के 34 राज्यो मे बच्चो के बीच कोरोना संक्रमण फैल रहा है और कोरोना से पहली बार बच्चे गंभीर रूप से बीमार पड़ रहे है। अस्पतालो मे गंभीर रूप से बीमार बच्चो की भीड़ लग रही है इन बच्चो की उम्र 2 महीने से 12 वर्ष के बीच की है। बीमारी के कारण बच्चो को सांस लेना भी दुश्वार हो रहा है। गंभीर बच्चो को आॅक्सीजन दी जा रही है कई बच्चे वेन्टीलेटर पर है।

कोरोना से संक्रमित बच्चो की संख्या 2 लाख के आस पास है। तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अपील करते हुए कहा कि यदि आप अपने बच्चो से प्यार करते है उनकी फिक्र करते है तो यदि आपने अब तक कोविड का टीका नही लगवाया है तो तुरन्त टीका लगवाये खुद भी सुरक्षित रहे और अपने परिवार और बच्चो को तीसरी लहर के कहर से बचाये।

डाॅ. त्रिपाठी ने कहा कि यह ध्यान रखे की आपके अडौस पडौस वालो ने वैक्सीन लगवायी है या नही जिन्होने वैक्सीन की दोनो डोज लगवा ली हो उन्हे ही घर पर प्रवेश करने दे। साथ ही अपने वह पडौसी जिन्होने अब तक वैक्सीन नही लगवाई है उन्हे वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रेरित करे।

तीसरी लहर की गंभीरता एवं उससे होने वाले घातक परिणामो तथा बच्चो के लिए विशेष रूप से अमेरिका का उदाहरण देकर उन्हे वैक्सीन की डोज लेने के लिए तैयार करे। साथ ही सतर्क व सजग भी रहें। कोविड प्रोटोकॉल की पालना करें यानी मास्क का उपयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें और समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें या सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें। वहीं इस बार मुख्यतः बच्चों को लेकर विशेष एहतियात बरतें। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करें एवं उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत बनाएं।

सीएमएचओ डॉ. महेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि, जिले मे अब तक 7 लाख 42 हजार 794 लोगो का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिले मे 18 से 44 आयु वर्ग के 3 लाख 12 हजार 746, 45 से 59 आयु वर्ग के 2 लाख 22 हजार 582 एवं 60$ वाले 1 लाख 77 हजार 139 लोगो को वैक्सीनेट किया जा चुका है। डाॅ0 त्रिपाठी ने बताया कि जिले मे 46 हजार 930 की मात्रा मे वैक्सीन उपलब्ध है। जिसमे 38 हजार 510 कोविशिल्ड एवं 8 हजार 420 को-वैक्सीन की डोज उपलब्ध है।

विभाग ने तीसरी लहर की आशंका के चलते विभागीय स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं। राज्यस्तरीय निर्देशानुसार अधिकांशतः कार्य पूरे हो चुके हैं और नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। इस माहौल में आमजन की भूमिका भी खासी अहमियत रखती है। ऐसे में आमजन को सतर्क होना पड़ेगा। किसी भी स्तर की लापरवाही घातक साबित हो सकती है। बिना मास्क घर से बाहर न निकलें एवं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते रहें।

उन्होंने बताया कि अक्टूबर माह में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में जरूरी है कि हम सावधानी बरतें, खासकर बच्चों के प्रति अधिक सावधानी रखें। बाहर से घर आने पर मुंह, हाथ-पांव धोना अनिवार्य होना चाहिए। जूते घर में ना लाएं और गर्मी में घर में आकर बच्चों का नहाने की सलाह दें। घर में बच्चों और बीमार लोगों के बीच दूरी बनाए रखें। बच्चों को जंक फूड से दूर रखें और उसके नुकसान के बारे में बताएं। डाॅ0 त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों का नियमित टीकाकरण समय-समय पर होना चाहिए। बच्चों में मास्क लगाने की आदत डालें।

उन्हें अभी स्कूल कोचिंग सेंटर, ट्यूशन आदि पर भेजने का मौका आने पर पूरी सावधानी बरते। उन्हें अन्य भीड़ वाले स्थलों पर जाने से भी रोकें। रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित व्यायाम के लिए प्रेरित करें। पौष्टिक भोजन दें। दाल और सोया में प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं, ऐसे में उन्हें प्रोटीन युक्त भोजन दें। बच्चों को दूध पीने और पनीर खाने की आदत डालें। मक्का, सत्तू, चना का सूप या हलवा बनाकर छोटे बच्चों को खिलाएं और बड़े बच्चों को भी इनकी रोटी या परांठा बना कर दे सकते हैं।

विटमिन सी के लिए नींबू पानी पिलाएं और फल खिलाएं, जो भी विटामिन के प्राकृतिक स्रोत हैं, वो बच्चों को खिलाना चाहिए। डाॅ. त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर से बचने के लिए वैक्सीनेशन अवश्य करवाये तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दें। बच्चो को लेकर विशेष सावधानी बरते तथा सतर्क व सावधान रहे और अफवाहो से बचे।

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