
- करीब 2500 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
- भारतीय सभ्यता पर आधारित नवीन खिलौने और खेलों की संकल्पना के लिए
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर (एमयूजे) ने हाल ही में ‘टॉयकैथॉन 2021’ के डिजिटल संस्करण का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय सभ्यता, इतिहास, संस्कृति, पौराणिक कथाओं और लोकाचार पर आधारित नवीन खिलौने और खेलों की संकल्पना के लिए भारत के इनोवेटिव माइंड्स को प्रोत्साहन देने के लिए किया गया। इस मेगा इवेंट में करीब 2500 लोगों ने भाग लिया। एमएचआरडी इनोवेशन सेल द्वारा चुने गए 87 नोडल केंद्रों में से, एमयूजे राजस्थान के 3 केंद्रों में से एक था।
टॉयकैथॉन 2021 भारत में छात्रों, शिक्षकों, स्टार्ट-अप और टॉय एक्सपर्ट्स और पेशेवरों के लिए अपने नवीन खिलौनों के साथ-साथ खेल अवधारणाओं को प्रस्तुत करने और बड़ी संख्या में पुरस्कार जीतने का एक अनूठा अवसर था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत, टॉयकैथॉन 2021, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, महिला और बाल विकास मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और सूचना और प्रसारण मंत्रालय के समर्थन से शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल द्वारा आयोजित अंतर-मंत्रालयी पहल थी।
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर, नोडल सेंटर का सफल उद्घाटन सत्र हाल ही में ई-सेल निदेशालय द्वारा अत्यंत उत्साह के साथ आयोजित किया गया था। इस ज्ञानवर्धक सत्र में कई प्रतिष्ठित वक्ताओं ने भाग लिया जिसमें मुख्य अतिथि और फिक्की के महासचिव, श्री दिलीप चेनॉय; सम्मानित अतिथि, श्री सदासिबा बेहरा; स्टार्टअप फेलो, एमआईसी, मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर के प्रेसिडेंट, डॉ. जी के प्रभु; प्रो प्रेसिडेंट एमयूजे, डॉ. एन.एन. शर्मा और आई/सी निदेशक ई-सेल एमयूजे, डॉ. रवि कुमार शामिल थे। इन प्रमुख हस्तियों में से प्रत्येक ने भारत द्वारा, भारत के लिए और भारत में बनाए गए खिलौनों के उज्ज्वल भविष्य के बारे में बात की। उद्घाटन सत्र के दौरान ई-सेल के उप निदेशक डॉ. कुलवंत सिंह और ई-सेल के सहायक निदेशक डॉ. दिनेश यादव भी उपस्थित थे।
श्री दिलीप चेनॉय ने कहा कि हमारे देश में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय स्तर पर खिलौना निर्माण के विस्तार की आवश्यकता है और खिलौना आधारित शिक्षाशास्त्र को बढ़ावा देना समय की मांग है। श्री सदासिबा बेहरा ने कहा उन्होंने इतने सारे युवाओं को इस तरह की प्रतियोगिता में भाग लेते हुए देखा, जिसने उन्हें भविष्य के लिए आशा और उम्मीद दी है। इसके साथ ही उन्होंने भारत में खिलौना निर्माण से संबंधित तथ्यों का उल्लेख किया जो सांख्यिकीय और जानकारीपूर्ण थे।
डॉ. जी. के. प्रभु ने एमयूजे को टॉयकैथॉन 2021 के लिए नोडल केंद्रों में से एक चुने जाने के लिए अपना आभार व्यक्त किया, साथ ही भारतीय विरासत पर आधारित खिलौनों और खेलों के महत्व के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल होने का भी उल्लेख किया। डॉ. एनएन शर्मा ने आंतरिक नवाचारों के साथ सामाजिक सरोकार के साथ नवाचार के बारे में बात की जिन्होंने स्थानीय समस्याओं को दूर किया है। डॉ. रवि कुमार शर्मा ने बताया किया कि कैसे टॉयकैथॉन छात्रों के लिए अपने रचनात्मक पक्ष को बाहर लाने और भारत में खिलौना निर्माण इकाई से संबंधित समाधानों को प्रस्तुत करने का एक अनूठा अवसर था।
कार्यक्रम का समापन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि भाजपा नेता और उद्यमी श्री जावेद कुरैशी और विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ प्रोग्राम लीडर, एमआईसी, अजय सिंह राजावत थे।
दोनों ने कार्यक्रम पर प्रकाश डाला और टॉयकैथॉन के निर्बाध संचालन के लिए एमयूजे ई-सेल टीम की प्रशंसा की। श्री राजावत ने कहा कि एमयूजे की टीम बहुत सहयोगी, विनम्र और सक्रिय थी। डॉ. जी के प्रभु ने कार्यक्रम की मेजबानी का अवसर देने के लिए एमआईसी को धन्यवाद दिया। डॉ. रवि कुमार शर्मा, निदेशक, ई-सेल एमयूजे ने एमआईसी, एआईसीटीई, प्रतिभागियों, ई-सेल के छात्र निकाय को भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।