
बैंगलोर: अपनी एक व्यवहार परिवर्तन प्रदर्शन (एबीसीडी) पहल की सफलता के आधार पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर(टीकेएम) को वित्तीय वर्ष 2024-25 और 2025-26 के लिए रायचूर जिले के 400 अतिरिक्त सरकारी स्कूलों में कार्यक्रम के विस्तार कीघोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है। इस कार्यक्रम को पिछले दो वर्षों में 100 स्कूलों में सफलतापूर्वक लागू करने और 26,000 सेअधिक छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालने के बाद अब अगले चरण में इस पहल का लाभ 68,000 से अधिक छात्रों को लाभ मिलेगा।
आधिकारिक तौर पर इस कार्यक्रम का विस्तार आज शुरू हुआ। इसके साथ भाग लेने वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के लिए एक दिन के (एक दिवसीय अभिविन्यास सत्र ) ओरियंटेशन सत्र की भी शुरूआत हुई। इसका आयोजन रायचूर में कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) में कियागया था। अभिविन्यास का उद्घाटन रायचूर के उपायुक्त नीतीश के, आईएएस ने किया। इसमें उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सालिया। इस सत्र का उद्देश्य प्रधानाध्यापकों को कार्यक्रम के स्वच्छता और सफाई पाठ्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए उपकरणोंऔर रणनीतियों से लैस करना था।
कार्यक्रम के भाग के रूप में, टीकेएम छात्रों के बीच हाथ धोने, स्वच्छता प्रथाओं, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और व्यैक्तिक स्वच्छता परध्यान केंद्रित करने वाले प्रशिक्षण सत्रों की एक श्रृंखला के माध्यम से छात्रों के बीच आवश्यक स्वच्छता प्रथाओं को सक्रियता से बढ़ावा देगा।इसके अलावा, कार्यक्रम मार्च 2026 तक 24,000 किशोरियों को सैनिटरी पैड प्रदान करेगा। इस पहल का उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छताप्रबंधन सुनिश्चित करना और युवा महिलाओं को उनके स्वास्थ्य व कल्याण में सहायता करना है। इसके जरिये, उन्हें अपने मासिक धर्मस्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने और उनकी जरूरतों की वकालत करने के लिए सशक्त बनाना है। इस परियोजना के माध्यम से, साफ-सफाई के लिए आवश्यक सामानों की आपूर्ति भी की जाएगी।
स्वच्छता शिक्षा से परे, इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूल मंत्रिमंडलों और स्कूल विकास एवं निगरानी समितियों (एसडीएमसी) को मजबूत करना, छात्रों को बेहतर स्वच्छता की वकालत करने के लिए सशक्त बनाना और परिवारों को जहाँ आवश्यक हो, वहाँ घरेलू शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। सामुदायिक सहभागिता भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिसमें जागरूकता अभियान, वीडियो प्रदर्शन और स्कूलों में सीखे गए पाठों को सुदृढ़ करने के लिए वार्षिक प्रश्नोत्तरी और ड्राइंग प्रतियोगिताएँ शामिल हैं।
इस अवसर पर उपस्थित रायचूर के डिप्टी कमिश्नर नितीश के, आईएएस ने कहा, “आज शिक्षा का मतलब सिर्फ़ अकादमिकउत्कृष्टता नहीं है, बल्कि जिम्मेदार, जागरूक नागरिकों का पोषण करना है जो स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व को समझते हैं। टोयोटाकिर्लोस्कर मोटर का एबीसीडी कार्यक्रम इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि निजी उद्यम किस तरह से समुदाय की भलाई में सार्थकयोगदान दे सकते हैं। युवा मस्तिष्क को ज़रूरी स्वच्छता और स्वच्छता की आदतें सिखाकर, यह कार्यक्रम ज़्यादा स्वस्थ और ज़्यादा लचीलेसमुदायों के लिए एक आधार तैयार करता है। टोयोटा की इस पहल को रायचूर में आगे बढ़ाने और हज़ारों छात्रों तथा परिवारों तक पहुँचनेकी प्रतिबद्धता देखकर बहुत खुशी हुई। हम इस कार्यक्रम से होने वाले परिवर्तनकारी नतीजों का इंतज़ार कर रहे हैं।”
इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड और एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेटमामले और प्रशासन, विक्रम गुलाटी ने कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में, हम मानते हैं कि सच्ची प्रगति सामूहिक जिम्मेदारी सेप्रेरित होती है और हमारा एबीसीडी कार्यक्रम इसका प्रमाण है। हमारे पहले चरण की सफलता ने हमें अपने प्रयासों को बढ़ाने और रायचूरमें अतिरिक्त 400 स्कूलों तक पहुँचने के लिए प्रोत्साहित किया है। हम स्वच्छता, शिक्षा और निरंतर जारी रहने वाली प्रथाओं को बढ़ावादेकर स्वच्छ भारत मिशन का समर्थन करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं। इस विस्तारित पहल के माध्यम से, हमारा लक्ष्य न केवल स्कूलोंमें स्वच्छता में सुधार करना है, बल्कि समुदाय में जागरूकता और सकारात्मक बदलाव की संस्कृति को बढ़ावा देना भी है।”
एबीसीडी कार्यक्रम की शुरुआत 2015 में हुई थी और तबसे इसने कर्नाटक, खासकर रामनगर जिले में गहरा प्रभाव छोड़ा है। 2019 तक, यह पहल 1,004 स्कूलों में पहुँच चुकी थी, जिससे 58,000 छात्रों को लाभ हुआ और 430,000 समुदाय के सदस्यों पर सकारात्मक प्रभावपड़ा। अगस्त 2023 में इसके पुनरुपद्धार के बाद, यह कार्यक्रम राष्ट्रीय “स्वच्छ भारत अभियान” मिशन के साथ तालमेल में जारी रखता है, जो स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार के लिए भारत के चल रहे प्रयासों में योगदान देता है।
टीकेएम सामुदायिक विकास पहलों के माध्यम से स्थायी परिवर्तन को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ है। शिक्षा विभाग, स्थानीयअधिकारियों और अन्य प्रमुख हितधारकों के साथ सहयोग करके, टीकेएम रायचूर जिले में स्वच्छता प्रथाओं में दीर्घकालिक सुधार लाने केलिए समर्पित है।