
जयपुर। राजस्थान सरकार की स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप योजना के तहत फंड रिलीज में देरी के कारण विदेशों में पढ़ाई कर रहे छात्रों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से एक छात्रा, जो ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है, इस देरी के कारण वित्तीय संकट में फंसी हुई है। इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार ने विदेश में राजस्थान के विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए राजीव गांधी स्कॉलरशिप योजना शुरू की थी, जिससे प्रदेश के युवा विदेश जाकर उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त कर सकें।
गहलोत ने इस योजना की तुलना बाबासाहेब अंबेडकर के विदेश में शिक्षा प्राप्त करने से की, जो बाद में भारत के संविधान निर्माता बने।गहलोत ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार आने के बाद इस योजना को कमजोर कर दिया गया है। उन्होंने लिखा, “बिना परिणामों को सोचे योजनाओं को रोकने का नतीजा यह हुआ है कि स्कॉलरशिप की राशि समय पर जारी नहीं हो रही, जिससे छात्र विदेश में मजबूरी भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं।”गहलोत ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि **”सरकार बदलने से जिम्मेदारी समाप्त नहीं हो जाती। ये विद्यार्थी सरकारी योजनाओं पर भरोसा करके विदेश गए हैं। अगर सरकार इस तरह काम करेगी, तो जनता का भरोसा उठ जाएगा।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अपील की कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और छात्रों को फंड अविलंब रिलीज करें। उन्होंने कहा कि जो छात्र विदेश में हैं, उनकी शिक्षा बाधित न हो और जो छात्र फंड के इंतजार में राजस्थान में ही रुके हुए हैं, उन्हें भी जल्द सहायता प्रदान की जाए।इस मामले ने राज्य में राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है और शिक्षा के अधिकार तथा सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।