उद्धव सरकार की कंगना रनौत के खिलाफ कार्रवाई पर राज्यपाल नाराज, केन्द्र को भेजेंगे रिपोर्ट!

मुंबई। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित ऑफिस पर बीएमसी की ओर से बुलडोजर चलाए जाने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार की चारों तरफ आलोचना हो रही है। सरकार में सहयोगी एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी इस पर अपना विरोध जताया है। इस बीच प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख सलाहकार अजॉय मेहता को तलब किया है।

कंगना मसले पर राज्यपाल कोश्यारी सक्रिय

इस मामले में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने उद्धव ठाकरे के मुख्य सलाहकार अजॉय मेहता से चर्चा की। राज्यपाल ने कार्रवाई पर नाराजगी जताई है। अजॉय मेहता ने कहा कि वो सीएम उद्धव ठाकरे को जानकारी दे देंगे।वहीं, राज्यपाल कोश्यारी इस विषय पर केंद्र को एक रिपोर्ट देने वाले हैं। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद से ही गवर्नर कोश्यारी और उनके रिश्ते बेहत तनावपूर्ण रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने किया समर्थन

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी कंगना के समर्थन में उतर गए हैं। जयराम ठाकुर ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि हम हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकते। महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रनौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है यह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है। हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है।

कंगना ने उद्धव पर साधा निशाना

कंगना रनौत ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि जिस विचारधारा पर श्री बाला साहेब ठाकरे ने शिवसेना का निर्माण किया था आज वो सत्ता के लिए उसी विचारधारा को बेच कर शिवसेना से सोनिया सेना बन चुकी है, जिन गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो।

इससे पहले कंगना रनौत ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे, मगर मेरी आवाज मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाजें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हो, सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो।