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‘इंडी’ का न कोई नेता, न कोई नीति : शेखावत
होशियारपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और पंजाब के बीजेपी प्रभारी गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा, इंडी एलायंस ऐसे लोगों का गठबंधन है, जिनका न तो कोई नेता है और न ही कोई नीति। उन्होंने कहा, जो लोग बेल पर जेल से दूर हैं, उन्होंने अपने-आप को भ्रष्टाचार से बचाने के लिए यह गठबंधन किया है। अगर इंडी गठबंधन के लोगों से भी व्यक्तिगत रूप से पूछो तो यही कहेंगे कि आएगा तो मोदी ही।
शेखावत ने यहां मीडिया से रू-ब-रू होते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर दो टूक कहा, दिल्ली में दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा और पंजाब में आमने-सामने चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इसका भी कोई अर्थ नहीं है, क्योंकि यहां आम आदमी पार्टी कांग्रेस की बी-टीम बनकर काम कर रही है। इसलिए लोगों के मन में यह सोच उभरने लगी है कि बीजेपी ही उनके लिए एकमात्र विकल्प है, जो डबल इंजन की सरकार के माध्यम से पंजाब का विकास कर सकती है।
2022 में बोया बीज बन गया पौधा-
केंद्रीय मंत्री ने कहा, बीजेपी ने 2022 में पंजाब में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का जो बीज बोया था, वो अब पौधा बन गया है और 2027 तक वह एक वृक्ष बन जाएगा। उन्होंने कहा, बीजेपी 2027 में सबसे अधिक वोट शेयर लाकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। 2027 का चुनाव बीजेपी के लिए निर्णायक होगा, जो एक मजबूत पंजाब बनाने की दिशा में बहुत बड़ा परिवर्तन होगा।
प्रचंड बहुमत वाली सरकार लोगों के दिल से उतरी-
शेखावत ने कहा, पंजाब में परिवर्तन स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। जनता अकाली दल को वोट देना नहीं चाहती, कांग्रेस में व्याप्त भ्रष्टाचार से लोग त्रस्त हैं और आम आदमी पार्टी की सरकार इसलिए जनता के मन से उतर गई है, क्योंकि उसने युवाओं, पंजाब को नशा मुक्त करने, महिलाओं को आर्थिक सहायता देने से लेकर तमाम जो बड़े-बड़े वादे किए थे, वो पूरे नहीं किए गए। इसलिए जनता को बीजेपी ही एकमात्र विकल्प के रूप में दिखाई दे रही है।
राम का अप्रत्यक्ष रूप से राजनीति का विषय-
केंद्रीय मंत्री ने कहा, बीजेपी के लिए राम राजनीति का विषय नहीं है, बल्कि आस्था का विषय है। राम राजनीति का विषय उन लोगों के लिए है, जो राम के अस्तित्व को ही नहीं मानते हैं और प्राण प्रतिष्ठा का विरोध करते हैं। शेखावत ने कहा, अप्रत्यक्ष रूप से जरूर राम राजनीतिक मुद्दा है, क्योंकि जब किसी की आस्था पर चोट पहुंचती है तो उसकी भावना आहत होती है, जब भावना आहत होती है तो निश्चित ही अप्रत्यक्ष रूप से राजनीति भी प्रभावित होती है।
उन्होंने कहा, जनता इस मूड के साथ बीजेपी को वोट कर रही है कि जो राम को लाए हैं, हम उन्हें लाएंगे। इसलिए इस बार हिंदू वोट को लेकर भी हालात पूरे बदल गए हैं। उन्होंने कहा, 2022 में जहां पंजाब में बीजेपी के पक्ष में हिंदू मतदाताओं का प्रतिशत बहुत कम था, इस बार उसमें बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा।
15-20 साल पहले बदल गए होते हालात-
शेखावत ने कहा, अगर बीजेपी ने पंजाब में अकाली दल से गठबंधन नहीं किया होता तो राज्य में पार्टी 15-20 साल पहले ही प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बन गई होती। उन्होंने कहा, बीजेपी ने अपने हितों को दरकिनार कर पंजाब में अकाली दल के साथ गठबंधन किया और सिखों के हर मानबिंदुओं का सम्मान करते हुए काम किया, इसलिए आज पंजाब में बीजेपी ही लोगों को सबसे बड़े विकल्प के रूप में नजर आ रही है और हर वर्ग बीजेपी के साथ खड़ा है।